भोपाल।Face To Face Madhya Pradesh: एक तरफ मध्यप्रदेश के किसान खाद की किल्लत को लेकर परेशान हैं, सरकार से खाद के लिए गुहार लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के कृषि मंत्री का कहना की प्रदेश में पर्याप्त खाद है। एक तरफ किसान परेशान तो दूसरी तरफ सरकार का ये दावा कई सवाल खड़ा कर रहा है। वहीं किसान सीधा-सीधा कह रहे हैं कि सोसयटी में कालाबाजारी हावी है। वहीं सरकार ने भी कालाबाजारी पर सख्ती के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
अब किल्लत की वजह भी जान लीजिए। असल में केंद्र ने एमपी को अक्टूबर महीने की मांग के अनुसार DAP 3.75 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 2 लाख, यूरिया 6 लाख मीट्रिक टन का आवंटन कर दिया है। राज्य सराक को अनुमान है कि एमपी में बारिश ज्यादा होने से गेहूं का रकबा 15 लाख हेक्टेयर बढ़ने की संभावना है, जिसके कारण डीएपी एनपीके औऱ यूरिया की ज्यादा जरूरत पड़ेगी।
Face To Face Madhya Pradesh: सरकार खाद उपलब्ध करने प्रयास कर रही मगर इसपर सियासत भी खूब हो रही। कांग्रेस का आरोप है कि कालाबाजारी जमकर हो रही जिससे किसान परेशान है। वैसे ये बात तो सही है कि प्रदेश के कई इलाको से खाद कमी की समस्या सामने आ रही है। कहीं टोकन के लिए किसान परेशान हैं। मगर सवाल ये है कि खाद न मिलने की स्थिति में होने वाले नुकसान की भरपाई कौन करेगा?