भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: एमपी से सामने आई एक तस्वीर ने आज प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे को बेनकाब कर दिया। एक आदिवासी महिला जिसके पति की अस्पताल में मौत हो गई। उसी से स्ट्रेचर साफ कराया गया, क्योंकि उस महिला के पति के खून के छींटे स्ट्रेचर पर लगे थे। उस आदिवासी महिला ने स्ट्रैचर पर लगे खून के छींटों को तो साफ कर दिया लेकिन जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो एमपी के हेल्थ सिस्टम पर अमानवीयता का वो दाग लगा, जिससे अब सरकार पिंड छुड़ाती फिर रही है।
डिंडौरी की ये तस्वीर मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य महकमे पर सवाल खड़े कर रही है। ये तस्वीर बता रही है कि सरकारी महकमे के जिम्मेदारों की इंसानियत मर चुकी है। दरअसल, डिंडौरी के लालपुर में जमीन विवाद में घायल शख्स की मौत अस्पताल में हो गई, लेकिन अस्पताल प्रबंधन को चिंता उस स्ट्रेटर की थी, जिस पर मृतक के खून के छींटे पड़े थे, फिर मृतक की पत्नी से ही उस स्ट्रेचर को साफ कराया गया। वीडियो के वायरल हुआ तो PCC चीऱ जीतू पटवारी कह रहे हैं कि सिर्फ डिंडौरी ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। ये घटनाएं बता रहीं हैं कि स्वास्थ्य विभाग किस कदर निकम्मा हो गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी X पोस्ट कर सरकार को घेरा और कहा कि, आदिवासियों के बदसलूकी एमपी की नई पहचान बन चुकी है।
Face To Face Madhya Pradesh: कांग्रेस की तरफ से डिंडोरी की घटना पर हो रही बयानबाजी को बीजेपी डर्टी पॉलिटिक्स बता रही है। बीजेपी का दावा है कि सरकार दोषियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है।आदिवासी जिले डिंडौरी के इस वीडियो ने वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग पर अमानवीय होने का आरोप लग रहा है और कांग्रेस इस वीडियो के जरिए आदिवासियों को अपने पाले में लाने में जुटी हुई है। बुधनी और विजयपुर में आदिवासी वोटर्स की निर्णायक भूमिका है और इसी ट्रिगर प्वांइट पर कांग्रेस सियासी दांव खेल रही है, लेकिन सियासत से इतर ये वीडियो किसी सभ्य समाज पर कलंक की तरह है।