भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में इस बार गरबा पर जबरदस्त गदर मचा हुआ है। रोज कुछ न कुछ नया हो रहा है। आज मुस्लिम गरबा आयोजक का कार्यक्रम कैंसिल होने को लेकर मीडिया में सुर्खियां बनी। इससे पहले गौमूत्र और वाराह अवतार के पूजन पर बहस हो चुकी है। सवाल ये है कि आखिर हर साल होने वाले गरबे पर इस बार कुछ ज्यादा ही गदर क्यों मचा है। पूरे देश मे शारदीय नवरात्रि की शुरूआत हो गई है। नवरात्रि के मौके पर देवी पूजा के साथ ही गरबा के आयोजन पर राजनीति गरमाई हुई है।
भोपाल में गरबा की शुरुआत के पहले आयोजकों को लव जिहाद का खतरा सताने लगा है। लिहाजा गरबा आयोजकों ने आधार कार्ड से एंट्री के होर्डिंग लगाए हैं। साथ ही लिखा गया है कि पंडाल में सिर्फ हिंदू और सनातनी परिवारों को एंट्री मिलेगी। वहीं, संस्कृति बचाओ मंच ने अपील की है कि गरबा पंडाल के सामने वराह अवतार की तस्वीर लगाएं, पूजन करवाएं पंचगव्य का छिड़काव करें और इसे पिलाकर प्रवेश कराएं जिसे वराह को अपवित्र मानने वाले जेहादी गरबों में प्रवेश नहीं करेंगे।
Face To Face Madhya Pradesh: वहीं, इंदौर में बजरंग दल की शिकायत पर फिरोज खान नाम के शख्स के आयोजक का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। आयोजक पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। आयोजन कैंसिल होने के बाद आयोजन फिरोज खान के आंसू निकल गए तो जबलपुर में हिन्दू सेवा परिषद ने मंदिरों में ड्रेस कोड के पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्ट में लिखा गया है कि महिलाओं और पुरुषों को शालीन कपड़े पहनकर आने पर ही मंदिरों में प्रदेश देंगे। इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। मुस्लिम गरबा आयोजक, फिर गौमूत्र और वाराह अवतार की रेमेडी की खूब चर्चा हुई । सवाल ये है गरबा पर गर्दा आखिर क्यों उठ रहा है?