भोपाल : मध्यप्रदेश में फिर हिंदुत्व का एजेंडा सुर्खियों मे है। कांग्रेस बीजेपी सरकार पर धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ करने के आरोप लगा रही है। चुनावी साल में कांग्रेस ये दावा कर रही है कि बीजेपी ने धर्म और आस्था के नाम पर हिंदुओं को सिर्फ छला है। ताज़ा मिसाल के तौर पर कांग्रेस सतना के वेंकटेश मंदिर के निर्माण में घोटाला होना बता रही है। देखिए किस तरह कांग्रेस और बीजेपी के बीच हिंदुओं के हमदर्द होने की प्रतियोगिता चल रही है।
मध्यप्रदेश के चुनावों में सिर्फ 6 हफ्तों का वक्त बचा है। कांग्रेस हर हाल में सरकार बनाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली में कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप दमदार चेहरों पर माथापच्ची कर रही है तो भोपाल से कांग्रेस नेता बीजेपी के घपले घोटालों को हवा देकर माहौल बना रहे हैं।
दरअसल एमपी कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट के जरिए ये दावा किया है कि शिवराज सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार ने इंसान तो क्या “भगवान” को भी नहीं छोड़ा ! पहले “भगवान महाकाल” मंदिर में आँकठ भ्रष्टाचार हुआ। अब सतना में प्रसिद्ध वेंकटेश्वर मंदिर के सौंदरीकरण के नाम पर हुआ भ्रष्ट्राचार भी, खुद गवाही दे रहा है ! सीएम शिवराज द्वारा लोकार्पण के दो दिन के भीतर ही वेंकटेश लोक में लगी टाइल्स उखड़ने लगी हैं ! भाजपा के “पापों का घड़ा” इस क़दर भर गया है, अब उसे जनता और जनार्दन दोनों की सजा भुगतनी होगी जाहिर है अब कांग्रेस सतना के वेंकटेश मंदिर के जरिए महांकाल लोक घोटाले के साथ ही ओरछा के राम राजा मंदिर को टैक्स के नोटिस देने के मामले में बीजेपी सरकार की घेराबंदी कर रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक कह रही हैं कि बीजेपी नेता मुंह में राम और बगल में छुरी रखते हैं।
दरअसल कांग्रेस ने अयोध्या के राम मंदिर के चंदे पर बीजेपी की खिंचाई करते हुए एमपी के राम वन गमन पथ, राम राजा मंदिर और महांकाल लोक में हुए घोटालों को चुनावी एजेंडा बनाने की कोशिशें तेज कर दी है। कांग्रेस ये जानती है कि बहुसंख्यक आबादी के वोट हासिल करना है तो बीजेपी को एक्सपोज़ करना होगा। लिहाजा कांग्रेस ने पिछले कुछ महीनों से गांव गांव में धार्मिक चौपाल लगाकर बीजेपी की घेराबंदी की है।
फिलहाल कांग्रेस बीजेपी के तेवर देखकर ये तय है कि मध्यप्रदेश में चुनाव हिंदुत्व के एजेंडे पर ही लड़ा जा रहा है। कांग्रेस खुद को हिंदुओं का असल हमदर्द बताने की कोशिश कर रही है। हालांकि इसमें बीजेपी भी पीछे नही है,बीजेपी अपने धर्म कर्म के काम गिनाकर बहुसंख्यक आबादी से वोट मांग रही है। खैर चुनावों में 6 हफ्ते हैं,वोटर खुद ही तय करेगा कि उनका असल हमदर्द आखिर है कौन। तब तक आप भी इंतज़ार करिए और हम भी करते हैं।