Face To Face Madhya Peadesh: भोपाल: नमस्कार, फेस-टू-फेस मध्यप्रदेश में आपका स्वागत है, प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले रक्षाबंधन आया है। मौके की नजाकत को समझते हुए सियासी दलों ने प्रदेश की आधी आबादी को केंद्र में रखते हुए दांव चलने शुरु कर दिए हैं। 2023 में जीत के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना पर दांव खेला है, तो कांग्रेस ने भी सरकार बनने पर नारी सम्मान योजना लागू करने का ऐलान कर दिया है। दरअसल दोनों ही दल प्रदेश की आधी आबादी की अहमियत से वाकिफ हैं जिनका वोट हार-जीत के समीकरण बदलने की ताकत रखता है। लिहाजा चुनावी मौसम में आए त्योहार को भुनाने में कोई पीछे नहीं रहना चाहता.. तो महिलाएं भी कह रही हैं। ‘भैया मेरे.. वादे के बंधन को निभाना’.. सबसे बड़ा सवाल है कि सियासी दलों की आधी आबादी के दम पर सत्ता का सिंहासन पाने की मुराद क्या पूरी होगी?
मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना के जरिये प्रदेश की बहन-बेटियों के लिए खजाने खोल दिए हैं। प्रदेश सरकार एक करोड़ 26 लाख महिलाओं को लाड़ली बहना का हितग्राही बनाकर उन्हें 1250 रुपए महीने के हिसाब से कुल 15 हजार करोड़ रुपए हर महीने दे रही है। आगे इसे हर महीने तीन हजार रुपए करने की योजना है। वहीं सावन में सिलेंडर 450 रुपए में देने का ऐलान किया और केंद्र की मोदी सरकार ने भी रसोई गैस के दामों में दो सौ रुपए की कमी कर दी। बीजेपी इसे बहनों को रक्षा बंधन का तोहफा बताकर क्रेडिट भी ले रही है।
ऐसा नहीं है कि कांग्रेस की नजर महिला वोटरों पर नहीं है। कांग्रेस ने महिला वोटरों को लुभाने के रानी सम्मान योजना का ऐलान किया था। इस बार सरकार आने पर वो महिलाओं के लिए कई योजनाएं लांच करने का वादा कर रही है। कमलनाथ जनता के सामने 11 वचन लेकर आए हैं, जिनमें महिलाओं के लिए 1500 रुपए हर महीने और 500 रुपए में गैस सिलेंडर शामिल है। साथ ही वो महिलाओं के मुद्दे और उनकी योजनाओं की खामियों पर लगातार घेर भी रही है।
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मध्यप्रदेश में 52 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर महिला वोटर जीत हार तय करती हैं। प्रदेश में 48 फीसदी यानी करीब 2 करोड़ 64 लाख महिला मतदाता हैं। नई महिला वोटरों की संख्या में 2.79 फीसदी का इजाफा हुआ है। 18 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां महिला वोटर्स की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। 2018 के चुनाव में 52 सीटों पर महिला वोटर्स ने ज्यादा वोटिंग करते हुए 35 से ज्यादा सीटों पर बीजेपी को जिताया था। यही वजह है कि चुनाव से पहले आई राखी पर महिला वोटरों पर सियासी दल तोहफे बरसा रहे हैं।