भोपाल। Dhar Bhojshala Survey Report: भोजशाला प्रतीक्षारत है कि अब खुलेंगी अतीत की गिरहें अब टूटेंगी समय की बेड़ियां । ये खंबे, ये मेहराबें ये नक्काशियां चौकीकारी कर रही हैं बरसों से इंतजार हैं इन्हें किसी के आने का भरोसा है इन्हें इंसाफ का।
Dhar Bhojshala Survey Report: दावों के दांव बहुत चल गए। सबूतों के लड़ाई भी खूब चली, निरपेक्ष साक्ष्यों के जखीरें भी जुटा लिए गए। लमहों की खता के लिए सदियां सजा पा चुकी हैं। तो अब फैसले की बारी है। सवाल वही है भोजशाला आखिर किसकी है?