Fraud in inter-caste marriage promotion scheme: भोपाल। योजनाओं के नाम पर अफसरों की धांधली के कई मामले आपने सुने होंगे। लेकिन योजना में मिलने वाले लाभ के लिए हितग्राहियों का फर्जीवाड़ा शायद ही आपने सुना हो। ऐसा किसी ग्रामीण अंचल में नहीं बल्कि राजधानी भोपाल में हुआ है। मामला अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना से जुड़ा हुआ है। दरअसल, योजना के तहत प्रदेश सरकार दंपत्तियों ढाई लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देती है। इसी राशि के लालच में भोपाल के एक नहीं बल्कि 10 दंपत्तियों ने कागजी फर्जीवाड़ा किया और सरकार को ही 25 लाख रुपये का चूना लगाया है।
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Fraud in inter-caste marriage promotion scheme: मामले का खुलासा भी जिला प्रशासन की योजना के तहत जांच पड़ताल में हुआ। दंपत्ति जालसाजों ने विवाह पंजीयन कार्यालय में फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर फर्जीवाड़ा किया। किसी दंपत्ति ने अपनी पत्नी को सामान्य वर्ग का बताया तो किसी ने अनुसूचित जाति वर्ग का। जब जाति प्रमाण पत्र को योजना के लिए ऑनलाइन दर्ज किया तो दोनों दस्तावेजों में अंतर आया और दंपत्ति नटवरलाल भी अधिकारियों की पहचान में आ गए। जिला प्रशासन ने मामले में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की पड़ताल भी शुरू कर दी है।