भोपाल: Congress promise to ban Bajrang Dal? कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस का मेनिफेस्टो आते ही मध्यप्रदेश में घमासान मच गया है। दरअसल, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा किया है, जिस पर बीजेपी उसकी घेराबंदी कर रही है।सवाल है कि कर्नाटक में कांग्रेस के मेनिफेस्टो का MP में क्या असर होगा? कांग्रेस ने बजरंग दल पर बैन का वादा क्यों किया है? क्या कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है?
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Congress promise to ban Bajrang Dal? कर्नाटक में कांग्रेस की एक चूक ने बीजेपी को घेरने का बड़ा मौका दे दिया है। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में पीएफआई के साथ बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा किया है। बीजेपी ने इसे लपकते हुए बजरंग बली के अपमान से जोड़ दिया। इसी साल मध्यप्रदेश में भी चुनाव होने हैं, लिहाजा कर्नाटक की लड़ाई, मध्यप्रदेश तक पहुंच गई। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के हनुमान भक्त होने पर सवाल करते हुए चिट्ठी लिखी तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की मति मारी गई है।
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भाजपा नेताओं को बैठे बिठाए भले ही संजीवनी मिल गई हो लेकिन कांग्रेस अपने स्टैंड पर डटी हुई है और तमाम आरोपों का दमदारी से जवाब दे रही है। कांग्रेस नेताओं ने पलटवार किया कि भाजपा मध्यप्रदेश के चुनावी मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है।
चलिए आपको ये भी बता दें कि जिस बजरंग दल को लेकर बवाल मचा है, वो आखिर है क्या? बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा है। यूपी में 8 अक्टूबर 1984 को इसकी स्थापना की गई थी और इसका नारा है- सेवा, सुरक्षा और संस्कार। ये दल खुद को प्रखर राष्ट्रवादी संगठन बताता है लेकिन उग्र प्रदर्शनों के चलते इस पर सवाल भी उठते रहे हैं।