विवेक पटैया, भोपाल: BJP will Cut 60 MLA Ticket मध्यप्रदेश में 2018 के चुनावी नतीजों को देखते हुए बीजेपी कोई रिस्क लेना नहीं चाहती, पिछले चुनाव में 13 मंत्रियों की हार ने भाजपा को सत्ता से दूर कर दिया था। ऐसे में मध्यप्रदेश में भाजपा ने गुजरात की तरह टिकट वितरण का फॉर्मूला तय कर दिया है। चर्चा है कि इस बार बीजेपी के 60 से ज्यादा विधायकों के टिकट खतरे में है। पिछले नतीजों से सबक लेते हुए पार्टी इस बार नए चेहरों पर दांव खेल सकती है।
BJP will Cut 60 MLA Ticket चुनाव के दो महीने पहले 103 हारी हुई विधानसभा सीटों पर 39 प्रत्याशी उतार कर पहले सबको चौंकाया। अब 200 पार के नारे को पूरा करने नए चेहरों पर दांव खेल सकती है। सूत्रों का दावा है कि मध्यप्रदेश में 60 से ज्यादा विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरों को मैदान में उतार सकती है। इतना ही नहीं बीजेपी अपने कुछ सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़वा सकती है। पिछली बार हारी हुई 103 सीटों पर अब तक 39 प्रत्याशियों की सूची बीजेपी की तरफ से जारी कर दी गई है बचे हुए प्रत्याशियों की सूची भी जल्द जारी होने वाली है।
सुत्रों के मुताबिक जिन सीटों पर प्रत्याशियो के नाम पर सहमति बन गई है, उसमें ग्वालियर दक्षिण से पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, बुरहानपुर से अर्चना चिटनीस, बैतूल से हेमंत खंडेलवाल, डबरा से इमरती देवी और दमोह से पूर्व मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ का नाम है। इधर ग्वालियर पूर्व से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र प्रताप तोमर और समीक्षा गुप्ता के नामों पर चर्चा है। मुरैना सीट से रघुराज कंसाना, करैरा से जसमंत जाटव और दिमनी से गिर्राज दंडोतिया के नामों पर असमंजस है। सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमा सहमत हुआ तो इनके नाम बदले भी जा सकते हैं। इन सबके बीच बीजेपी के टिकट फार्मूले पर कांग्रेस को सवाल उठाने का मौका मिल गया है।
बहरहाल बीजेपी 2018 के नतीजों से सबक लेते हुए फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। दरअसल पिछली बार 13 मंत्रियों की हार के कारण बीजेपी सरकार बनाने के आंकड़े 116 सीटों से दूर रह गई थी। ऐसे में बीजेपी ने इस बार टिकट फॉर्मूला तय कर दिया है। इसका रिजल्ट क्या आता है ये तो वक्त बताएगा।