सुधीर दंडोतिया, भोपाल: Not Give Ticket to stained politician दोनों दलों के लिए निकाय चुनाव 2023 का सेमीफाइल है। जनता से फेस टू फेस संवाद के ज़रिए खुद का आंकलन करने का एक मौका है। यही वजह है कि दोनों दल इस चुनाव में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते, लेकिन अंतिम वक्त में टिकट देना दोनों दलों के लिए सिर दर्द साबित हो रहा है…बगावत..हंगामे के बाद बीजेपी ने दागियों को दरकिनार करने के लिए उनके टिकट काटने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में सवाल ये है कि इनको टिकट देने से पहले क्या स्क्रूटनी नहीं की गई? साथ ही इस हिट लिस्ट में और कितने उम्मीदवार हैं?>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
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Not Give Ticket to stained politician सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दो टूक कह दिया है कि निकाय चुनाव में उन लोगों के टिकट काटे जाएंगे, जिनपर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं। सीएम ने कहा कि कांग्रेस पर राजनीति का अपराधीकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी स्वच्छ राजनीति की पक्षधर रही है। मुख्यमंत्री ने मामले में संज्ञान लिया तो, संगठन ने तत्काल इंदौर में टिकट बदला। लेकिन भोपाल में नरेला विधानसभा क्षेत्र के दो दागी उम्मीदवारों के नाम पर बवाल मचा है।
जाहिर है भोपाल-इंदौर सहित कई शहरों में बीजेपी ने आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों को टिकट दिया है। ये हाल तब हैं जबकि बीजेपी सिद्धांतों का ढिढोंरा पीटने में पीछे नहीं रहती। हालांकि बीजेपी नेता अब भी दावा करने में पीछे नहीं है।
बहरहाल बीजेपी ने निकाय चुनाव में दागी उम्मीदवारों को दरकिनार करने का फैसला तो ले लिया है। लेकिन सवाल है कि आखिर ये एक्शन अभी क्यों लिया जा रहा है। सवाल ये भी हिट लिस्ट में कितने ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी छवि दागदार है?