MP Politics: भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनावी घमासान के बीच आज से पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। लेकिन कांग्रेस के एक तिहाई उम्मीदवार अब भी तय नहीं हो पाए हैं। जहां बीजेपी के उम्मीदवारों ने नामांकन फॉर्म जमा करने शुरू कर दिये हैं। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव समिति की कई बैठकों के बाद भी नाम तय नहीं हो पा रहे हैं। यही वजह है कि बीजेपी के निशाने पर आई कांग्रेस पर मप्र के सीएम मोहन यादव भी हमलावर हैं। जिसपर कांग्रेस इसे लोकतंत्र की लड़ाई करार दे रही है।
देश में पहले चरण के चुनाव के लिए आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मप्र की छिंदवाड़ा, सीधी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, और जबलपुर की 6 सीटों पर आज से नामांकन फॉर्म जमा हो रहे हैं। जहां एक तरफ बीजेपी उम्मीदवार पूरे शक्ति प्रदर्शन के साथ अपना नॉमिनेशन फाइल कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस अब भी मप्र की 29 में से 18 सीटों पर अपना उम्मीदवार भी तय नहीं कर पाई है। यही वजह है कि कांग्रेस लगातार बीजेपी के निशाने पर है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव, और कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल आज सीधी पहुंचे जहां बीजेपी उम्मीदवार डॉ. राजेश मिश्रा का नामांकन फॉर्म जमा कराया। सीएम ने पहले फेस में चुनाव वाले, जबलपुर भी पहुंचे। जहां जनसभा को संबोधित किया। जाहिर है बीजेपी ने नॉमिनेशन के साथ धुंआधार प्रचार भी शुरू कर दिया है। उधर बीजेपी के हमले झेल रही कांग्रेस जल्द उम्मीदवार घोषित करने का दावा कर रही है।
MP Politics: दरअसल मप्र के पहले फेस में 6 सीटों पर चुनाव होने हैं जिसमें से तीन छिंदवाड़ा, मंडला, सीधी में तो कांग्रेस ने प्रत्याशी उतार दिये हैं। लेकिन बाकी कि 3, जबलपुर, बालाघाट और शहडोल में कांग्रेस उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। लगातार दिग्गजों के मैदान छोड़ने, और योग्य नेताओं की तलाश में हो रही देरी इसकी मुख्य वजह है। आज दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी टल गई। अब गुरुवार को एमपी के प्रत्याशियों पर मंथन होगा। ऐसे में जाहिर है… कि बीजेपी चुनावी रण में सियासी माइलेज लेती नज़र आ रही है।