भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में अब कांग्रेस के विधायक अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत देने में लगे हुए है। पहलें, भोपाल में विधायक आरिफ मसूद ने नसीहत दी है। तो वहीं अब फूलसिंह बरैया ने ऐसे में कांग्रेस के दोनों विधायकों के बयान के बाद कांग्रेस के बड़े नेता इस पर सीधी बात कहने से बच रहे है, तो वहीं बीजेपी पूरी कांग्रेस को निशाने पर ले रही है। ऐसे में सवाल यही है, क्या कांग्रेस में अब विधायक संगठन को नसीहत देगें या संगठन, विधायकों को।
ये वो बयान हैं जो बताते हैं कि एमपी कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही कांग्रेसी नेता पार्टी लाइन के विरोध में लगातार बयान दे रहे हैं। इन बयानों को लेकर जब भी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से सवाल किए जाते हैं, तो वो ऑल इज वेल कह कर टाल देते हैं, लेकिन मसूद और बरैया के ये ताजे बयान बता रहे हैं कि कांग्रेस विधायक पार्टी की नीति और रणनीति से नाखुश हैं और अब वो सीधा पार्टी और संगठन को नसीहत दे रहे है। ताजा बयान फूलसिंह बरैया का जिन्होंने सवर्ण विरोधी बयान देते हुए कहा कि, कांग्रेस को केवल शेडूयल कॉस्ट, ट्राइबल और OBC का वोट मिलता है। ब्राह्मण, क्षत्रिय का वोट तब मिलता है जब प्रत्याशी भी ब्राह्मण, क्षत्रिय हो।
Face To Face Madhya Pradesh: कांग्रेस के बड़े नेता इस मामले पर सीधे तौर पर कुध कहने से बच रहे है, तो वहीं बीजेपी पूरी कांग्रेस को निशाने पर ले रही है। कुल मिलाकर देखा जाएं तो, मध्य प्रदेश कांग्रेस में कुछ अच्छा नही चल रहा है। ये हाल तब है, जब राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 27 जनवरी को मध्य प्रदेश आ रहे हैं। अब सवाल ये है कि, कांग्रेस के विधायकों का जाति, धर्म के लोगों लेकर दी जा रही नसीहत, कही अपनी ही पार्टी में कोई नए विद्रोह की शुरुआत तो नहीं, और सबसे बड़ा सवाल कि, आखिर कब तक कांग्रेस के नेता जाति के गणित में ही उलझे रहेंगे ?