भिंड। झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही की वजह से तीन साल के मासूम की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने थाने के सामने बच्चे का शव गोदी में रखकर बैठ गए और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की। तीन घंटे बैठे परिजन मायूस होके वापस अपने घर चले गए।
दरअसल दबोह थाना क्षेत्र के बुडेरा घाट के रहने बाले वीरेंद्र दौहरे का तीन साल का मासूम अंकुश पिछले दो दिन से उल्टी दस्त से परेशान था। परिजन उसको लेकर एक झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने बच्चे को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगते ही बच्चे की अचानक तबियत बिगड़ी। डॉक्टर ने उसे आनन-फानन में ले जाने को बोल दिया। परिजन बच्चे को लेकर इंद्रगढ़ शिशु रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए निकले। रास्ते मे बच्चे ने दम तोड़ दिया।
इस घटना से आक्रोशित परिजन थाने पहुंच गए। लोगों की भीड़ हो गई और डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव कर दिया। बच्चे के परिजन शव को गोद मे लेकर थाने के सामने बैठ गए। परिजनों का विरोध देखकर दो थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने की मांग की, लेकिन परिजन तैयार नहीं हुए। परिजन तीन घंटे तक प्रदर्शन करके वापस अपने घर लाइट गए।