रिपोर्ट- नवीन कुमार सिंह, भोपाल: opened front against Ajan मध्यप्रदेश में एक बार फिर अज़ान पर बवाल मचा हुआ है। कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले के बाद भगवा ब्रिगेड ने अजान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामला अब सियासी होता जा रहा है। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से हिंदू बनाम मुस्लिम की राजनीति तेज हो गई है। भगवा ब्रिगेड के एजेंडे को बीजेपी नेता भी हवा दे रहे हैं। दरअसल बीजेपी की भी कोशिश है कि बहुसंख्यक वोट बैंक पर फोकस करते हुए सत्ता में रिकॉर्डतोड़ वापसी की जाए। हालांकि कांग्रेस को भगवा ब्रिगेड की तरफ से हो रहे अज़ान के विरोध पर तगड़ी आपत्ति है।
opened front against Ajan दरअसल कर्नाटक की सियासी आग के मध्यप्रदेश तक पहुंचने के राजनीतिक मायने हैं, लेकिन शीर्ष अदालतों की अज़ान पर क्या राय है ये भी जानना ज़रुरी है। सुप्रीम कोर्ट के साल 2005 के आदेश के अनुसार रात 10 से सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकता है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने साल 2020 में फैसला दिया कि अजान इस्लाम का एक हिस्सा है, लेकिन लाउडस्पीकर से अजान देना इस्लाम का हिस्सा नहीं है। जाहिर है शीर्ष अदालतों के फैसलों के बाद अब बीजेपी के निशाने पर मस्जिदों की अज़ान भी आ गई है।
मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, बीजेपी ने तैयारियां भी शुरु कर दी हैं। बूथों पर बीएलओ, पन्ना प्रभारी और बूथ प्रभारियों की तिकड़ी यानि त्रिदेव की तैनाती भी चुकी है। कांग्रेस भी तगड़ी तैयारियों के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। लेकिन इस बीच हिजाब और अब अज़ान पर हो रहे बवाल के बीच असल मुद्दे गायब होते दिख रहे हैं।