बांग्लादेश क्रिकेट टीम ग्वालियर की मस्जिद में नहीं गई, होटल में जुमे की नमाज अदा की

बांग्लादेश क्रिकेट टीम ग्वालियर की मस्जिद में नहीं गई, होटल में जुमे की नमाज अदा की

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  • Publish Date - October 5, 2024 / 05:51 PM IST,
    Updated On - October 5, 2024 / 05:51 PM IST

ग्वालियर (मध्यप्रदेश), पांच अक्टूबर (भाषा) ग्वालियर में भारत के साथ टी20 मैच से पहले बांग्लादेश क्रिकेट टीम शुक्रवार को शहर की मोती मस्जिद नहीं गई और इसके बजाय उसने होटल में नमाज अदा की। एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

ग्वालियर जोन के महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने फोन पर पीटीआई भाषा को बताया, ‘हमने मोती मस्जिद के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन बांग्लादेश की टीम नहीं आई। किसी भी संगठन ने उनके दौरे को बाधित करने का आह्वान नहीं किया था।’

शहर के फूलबाग इलाके में स्थित मस्जिद उस होटल से करीब तीन किलोमीटर दूर है, जहां आगंतुकों को ठहराया गया है।

अगस्त में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचारों के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा मैच के दिन ‘ग्वालियर बंद’ के आह्वान के बीच शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

उन्होंने कहा, ‘मस्जिद न जाने का फैसला टीम के प्रबंधन स्तर पर लिया गया होगा।’ अधिकारी ने पुष्टि की कि ‘शहर काजी’ (शहर के शीर्ष मुस्लिम धर्मगुरु) होटल पहुंचे और बांग्लादेशी क्रिकेटरों को दोपहर एक बजे से 2.30 बजे के बीच ‘नमाज-ए-जुमा’ (शुक्रवार की नमाज) अदा करने के लिए प्रेरित किया।

अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मस्जिद के बाहर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे, जहां कई मीडियाकर्मी भी इंतजार कर रहे थे। होटल और माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम के बीच की दूरी लगभग 23 किलोमीटर है, जहां बांग्लादेश की टीम तीन अक्टूबर से अभ्यास कर रही है और खिलाड़ी सुरक्षा घेरे में अपने शेड्यूल के अनुसार स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ग्वालियर में रविवार को होने वाले भारत-बांग्लादेश टी20 मैच के लिए पहले से ही 2,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

रविवार को दोपहर दो बजे से पुलिस सड़कों पर सुरक्षा प्रबंधों के लिए तैनात रहेगी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मैच खत्म होने के बाद दर्शक जब तक घर नहीं पहुंच जाते, तब तक पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि दो दिन पहले निषेधाज्ञा लागू होने के बाद पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है।

भाषा सं दिमो

माधव

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