Contract Employees Regularization: संविदा कर्मचारियों के लिए फिर आई खुशखबरी, शुरु हुई नियमितिकरण की प्रक्रिया, नए साल से पहले मिली बड़ी सौगात

Contract Employees Regularization: संविदा कर्मचारियों के लिए फिर आई खुशखबरी, शुरु हुई नियमितिकरण की प्रक्रिया, नए साल से पहले मिली बड़ी सौगात

  •  
  • Publish Date - December 18, 2024 / 11:01 AM IST,
    Updated On - December 18, 2024 / 11:09 AM IST

भोपालः Contract Employees Regularization Latest Update मध्यप्रदेश में मोहन सरकार के एक साल के पूरे हो चुके हैं। साल 2023 में मोहन सरकार ने सीएम पद की शपथ ली थी। जिसके बाद डबल इंजन की सरकार ने अपना एक साल पूरा कर लिया। एक साल पूरा होने पर सीएम मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी हैं। इसी कड़ी में सरकार ने लंबे समय से अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे अनियमित कर्मचारियों को लिए भी बड़ी खुशखबरी दी है।

Read More: Shama Sikander Hot Photos: शमा सिकंदर के बोल्ड लुक ने बरपाया कहर, ग्लैमरस तस्वीरों ने उड़ाए होश 

Contract Employees Regularization Latest Update दरअसल प्रदेश में तैनात अनियमित शिक्षकों के नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने अनियमित शिक्षकों के नियमितीकरण के लिए कमेटी का गठन किया है, जो नियमितीकरण की प्रक्रिया को पूरा करेगी। इस कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, और एक हाई स्कूल प्राचार्य शामिल होंगे। यह समिति शिक्षक की परिवीक्षा यानी ट्रायल पीरियड से संबंधित सभी मुद्दों का मूल्यांकन करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से 15000 अनियमित कर्मचारियों को लाभ होगा।

Read More: MPPSC Nyay Yatra : आज निकाली जाएगी MPPSC न्याय यात्रा, NEYU के बैनर तले होगा प्रदर्शन, जानें क्या हैं मांगें 

हर तीन साल में होगा नियमितीकरण

जारी निदेश के अनुसार अब, हर शिक्षक को अपने ज्वाइनिंग के तीन साल बाद नियमितीकरण के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा। इस प्रक्रिया में शिक्षक को एक निर्धारित प्रपत्र में आवेदन देना होगा, जिसमें वह यह बताएंगे कि उनकी तीन साल की परिवीक्षा अवधि खत्म हो चुकी है।

Read More: MP Crime News: बदमाशों ने जीजा और साले के साथ किया ऐसा काम, आपबीती सुनकर पुलिस भी रह गई हैरान 

नियमितीकरण के लिए इन नियमों का किया जाएगा पालन

संकुल प्राचार्य द्वारा इन आवेदन पत्रों की जांच की जाएगी, और यह देखा जाएगा कि शिक्षक ने अपनी परिवीक्षा अवधि के दौरान सही तरीके से काम किया है या नहीं। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षक के खिलाफ किसी भी तरह की शिकायत या अदालत में कोई मामला न हो। अगर शिक्षक का ट्रांसफर दूसरे जिले में हुआ है, तो उस जिले से उसके अवकाश और वेतन की पुष्टि की जाएगी। इसके अलावा, शिक्षक की गोपनीय चरित्रावली भी संतोषजनक होनी चाहिए। अगर शिक्षक ने शिशुपालन अवकाश लिया है, तो उसे सही ढंग से प्रमाणित करना होगा। जिलास्तरीय समिति इन सभी मापदंडों के आधार पर शिक्षकों की पात्रता की जांच करेगी और फिर उनका नियमितीकरण तय करेगी।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

मध्यप्रदेश में अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण कब शुरू हुआ?

मध्यप्रदेश सरकार ने अनियमित शिक्षकों के नियमितीकरण की प्रक्रिया एक साल पूरा होने पर 2023 में शुरू की है।

अनियमित शिक्षकों के नियमितीकरण के लिए कौन-कौन सी समितियां बनायीं गई हैं?

नियमितीकरण की प्रक्रिया के लिए एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक, और एक हाई स्कूल प्राचार्य शामिल हैं।

शिक्षक के नियमितीकरण के लिए क्या शर्तें होंगी?

शिक्षक को अपनी तीन साल की परिवीक्षा अवधि पूरी करने के बाद आवेदन देना होगा, और उसका कार्य प्रदर्शन, चरित्रावली, और अवकाश की स्थिति की जांच की जाएगी।

क्या मध्यप्रदेश में सभी अनियमित कर्मचारी नियमित होंगे?

नहीं, केवल अनियमित शिक्षक ही इस नियमितीकरण प्रक्रिया से लाभान्वित होंगे, जिनके पास संबंधित मापदंडों को पूरा करने की स्थिति होगी।

Contract Employees Regularization के लिए क्या नए नियम लागू होंगे?

नए नियमों के तहत, कर्मचारियों को उनके कार्य प्रदर्शन, अवकाश रिकॉर्ड, और अन्य शर्तों का पालन करना होगा, ताकि वे नियमित हो सकें।