अलीराजपुर। मंगलवार को जारी हुए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के परीक्षा परिणामो में दो अभ्यर्थियों के एक ही रोल नंबर व एक ही रैंक होने का मामला सामने आया है। यह गफलत सामने आने के बाद अब इस मामले ने तूल भी पकड़ लिया है। दरअसल, अलीराजपुर की रहने वाली आयशा मकरानी और देवास जिले की रहने वाली आयशा शेख दोनों के रोल नंबर और रैंक समान है। परीक्षा के लिए जारी किये गए रोल नंबर 7811744 पर दोनों ही आयशा अपना-अपना दावा कर रही है।
मंगलवार को घोषित हुए परिणामो में अलीराजपुर की रहने वाली आयशा पिता सलीमुद्दीन मकरानी की 184 वीं रैंक आई थी। यूपीएससी परीक्षा परिणाम सामने आने के बाद आयशा के परिजनों में भी हर्ष का माहौल था और समाजजनों ने भी आयशा की सफलता पर उसका अभिननदं व स्वागत किया, लेकिन अगले ही दिन देवास की आयशा शेख द्वारा भी इसी रोल नंबर और रैंक पर अपना दावा किये जाने की बात सामने आई। आयशा मकरानी और उनके परिवारजनों ने मामले की शिकायत संघ लोक सेवा आयोग को की है।
आयशा मकरानी का दावा है कि उन्हें यूपीएससी की तरफ से एक ई मेल भेज कर सुचना दी गई थी कि तीन अभियर्थियों के नाम समान होने और उनके पिता के नामो में टकराव की वजह से दो आयशा के नाम बदले गए हैं। साथ ही आयशा ने दावा कि उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की है और पूरी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए ही परीक्षा में सफलता हासिल की। आयशा के भाई शादाब मकरानी ने इस प्रक्रिया में धोखाधड़ी की आशंका जताई है। उन्होंने मामले की शिकायत करने और लोक सेवा आयोग से जाँच कर स्थिति स्पष्ट करने की भी बात कही है।
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद अब यूपीएससी जैसी विश्वसनीय संस्था की प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे है। आखिर देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवाओं के लिए अभ्यर्थियों का चयन करने वाली वाली संस्था से इतनी बड़ी चूंक कैसे हो गई कि एक ही रोल नंबर पर दो अभ्यर्थियों ने प्रीलिम्स, मैन्स और इंटरव्यू तक की प्रक्रिया पूर्ण कर ली और आयोग को इसकी भनक तक नहीं लगी। बहरहाल इस पूरे मामले को ले कर दोनों आयशा के अपने अपने दावे है, लेकिन अब संघ लोक सेवा आयोग ही इसमें स्थिति स्पष्ट कर सकता है। IBC24 से वैभव शर्मा की रिपोर्ट