(रिपोर्टः नवीन कुमार सिंह) भोपालः निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस में इन दिनों घमासान मचा हुआ है। एक ओर टिकट को लेकर सरेअम हाथापाई दूसरी ओर नई मीडिया टीम के गठन के बाद नेताओं की नाराजगी और फिर इस्तीफा साफ-साफ इशारा कर रहा है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। अब सवाल है कि इसके पीछे की वजह क्या है? सत्ता का सेमीफाइल कहे जा रहे इस लड़ाई में कांग्रेस खुद को कहां पाती है? >>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
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अपनी खोई सियासी जमीन को फिर से हासिल करने के उद्देश्य से कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ों यात्रा निकालने की तैयारी कर रही है। दूसरी ओर एमपी में वही कांग्रेस बिखरी-बिखरी नजर आ रही है। निकाय चुनाव में टिकट पाने के लिए कांग्रेस दफ्तर में सरेआम हाथापाई से कांग्रेस उबर भी नहीं पाई थी कि मीडिया विभाग की नई टीम की गठन के एक दिन बाद मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने इस्तीफा देकर बड़ा झटका दिया। कमलनाथ को भेजे इस्तीफे में नरेंद्र सलूजा ने नयी मीडिया कमेटी को लेकर नाराज़गी जाहिर की थी। निकाय चुनाव से पहले पार्टी में जारी उठापटक को कांग्रेस नेता सामान्य बता रहे हैं तो बीजेपी चुटकी ले रही है।
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हालांकि तमाम जद्दोजहद के बीच कांग्रेस ने 16 नगर निगमों में भोपाल समेत 8 नगर निगम के लिए मेयर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिये हैं। 8 पर अभी भी पेंच फंसा हुआ है। ऐसी संभावना है कि 9 जून को होने वाली बैठक में बाकी बचे नामों पर भी सहमति बन सकती है। बहरहाल एमपी में 2 चरणों में निकाय चुनाव होने हैं। उसे पहले कांग्रेस के भीतर मचे घमासान ने पार्टी रणनीतिकारों की चिंता जरूर बढ़ा दी होगी।