Reported By: Naveen Singh
, Modified Date: June 15, 2024 / 11:53 PM IST, Published Date : June 15, 2024/11:44 pm ISTभोपाल : making liquor by minor children in Raisen रायसेन जिले में सोम डिस्टलरी में नाबालिग बच्चों के काम करने के मामले को अब सीएम डॉ मोहन यादव ने संज्ञान लिया है। इस मामले में ट्वीट कर मुख्यमंत्री ने लिखा मामले की पूरी जानकारी ली गई है, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
रायसेन जिले में फैक्ट्री पर छापे के दौरान बालश्रम का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
यह मामला बेहद गंभीर है। इस संबंध में श्रम, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की है और समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की…
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) June 15, 2024
रायसेन जिले की फैक्ट्री में बालश्रम के इस मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आबकारी उपनिरीक्षक सस्पेंड कर दिए गए हैं। मामले के सीएम डॉ. मोहन यादव के संज्ञान में आने के बाद बड़ा एक्शन हुआ है। कन्हैयालाल अतुलकर, प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी, मैसर्स सोम डिस्टलरीज प्राइवेट लिमिटेड, सेहतगंज पर निलंबन की गाज गिरी है। जिले के तीन आबकारी उप निरीक्षक तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए है। उप निरीक्षक प्रीति शैलेंद्र उईके, शैफाली वर्मा और मुकेश कुमार भी निलंबित कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शराब फैक्ट्री में बच्चे काम करते पाए गए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मामले को बेहद गंभीर बताया था।
बता दें कि बाल संरक्षण आयोग की टीम ने आज सोम डिस्टलरी में औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान 50 नाबालिग बच्चे शराब बनाते हुए मिले थे। इनमें 20 नाबालिग लड़कियों को भी शराब बनाने के काम में लगाया गया था। बाल आयोग को निरीक्षण के दौरान बच्चों की हाथ की स्किन झुलसी मिली थी।
आबकारी विभाग की नाक के नीचे नाबालिगों से काम करवाया जा रहा था। पूरे मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कार्रवाई का आदेश दिया है।
बता दें कि इस मामले में रायसेन में प्रियंक कानूनगो एक बार फिर सोम फैक्ट्री पहुंचे थे और अधिकारियों और पुलिस से FIR की कॉपी मांगी थी। FIR कॉपी नहीं मिलने से नाराज़गी जताई थी। इसे लेकर पुलिस और प्रियंक कानूनगो की जमकर कहासुनी हुई थी। फैक्ट्री के मालिक पर तुरंत FIR कराने उमरावगंज थाने पहुंचे थे। और सभी 39 बच्चों को गायब करने का आरोप लगा रहे थे।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए तीन आबकारी उपनिरीक्षक सस्पेंड कर दिए गए हैं।