इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में कई सालों से बेड़ियों में जकड़े 30 वर्षीय युवक का एनजीओ ने रेस्क्यू किया है। मां ने ही बेटे को कैद कर रखा था। वजह है उसका मानसिक संतुलन ठीक न होना। चाहे सर्दी हो गया गर्मी का मौसम, वह ऐसे ही बेड़ियों में बंधा रहता था। रेस्क्यू के बाद युवक को छुड़ाकर इलाज के लिए मेंटल हॉस्पिटल भेजा गया है। शहर को भिक्षुकों से मुक्त करने के अभियान के दौरान युवक के बंद होने की सूचना मिली।
ये पूरा मामला खजराना इलाके का है। रेस्क्यू के दौरान पुलिस और एनजीओ की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मां बेटे को जाने नहीं देना चाहती थी। इतना ही नहीं उसने टीम पर हमला करने की भी कोशिश की। रेस्क्यू टीम में मौजूद महिलाओं ने रोकने की खूब कोशिश की। फिर भी मां ने खूब झूमाझटी की। काफी हंगामे के बाद युवक का रेस्क्यू किया गया।
रेस्क्यू टीम ने देखा कि युवक को दोनों पैर मोटी बेड़ियों से बंधे थे। कलाइयों को भी बांधकर रखा गया था। युवक के आस-पास काफी गंदगी भी थी। किसी तरह मां से चाबी ली गई, लेकिन जंग लगने के कारण ताला खुल नहीं रहा था। उसके बाद छेनी और हथौड़े से ताले को तोड़ा गया। फिर युवक को छुड़ाकर उसे अस्पताल भेजा गया।