लाओस से चल रहे ऑनलाइन ठगी गिरोह को मप्र से भेजे गए 400 सिम कार्ड, तीन गिरफ्तार

लाओस से चल रहे ऑनलाइन ठगी गिरोह को मप्र से भेजे गए 400 सिम कार्ड, तीन गिरफ्तार

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  • Publish Date - January 14, 2025 / 08:27 PM IST,
    Updated On - January 14, 2025 / 08:27 PM IST

इंदौर, 14 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के मामले में तीन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया और कहा कि आरोपियों ने लाओस से चल रहे एक गिरोह को करीब 400 सिम कार्ड भेजे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गौरव तिवारी (22), योगेश पटले (24) और सुजल सूर्यवंशी (21) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि तीनों लोग सूबे के सिवनी जिले के रहने वाले हैं।

दंडोतिया ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के पहचान दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए उनके नाम पर करीब 450 डुप्लीकेट सिम कार्ड जारी कराए।

उन्होंने बताया,’हमें पता चला है कि इनमें से करीब 400 सिम कार्ड लाओस में मौजूद कैलिस नामक व्यक्ति को भेजे गए। यह व्यक्ति मूलत: पंजाब के फिरोजपुर जिले का रहने वाला है। वह इन दिनों लाओस में रहकर ऑनलाइन ठगी गिरोह चला रहा है।’’

दंडोतिया ने बताया कि इस गिरोह ने इंदौर की 59 वर्षीय महिला को पिछले साल दिसंबर में फर्जी तौर पर ‘‘डिजिटल अरेस्ट’’ करके उससे 1.60 करोड़ रुपये ठग लिए थे। उन्होंने बताया,‘‘हमें सुराग मिले हैं कि इस महिला को ठगी के जाल में फंसाने के लिए लाओस से ही वीडियो कॉल किया गया था।’’

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि ‘‘डिजिटल अरेस्ट’’ का झांसा देकर इस महिला से ठगी के मामले में भारत के अलग-अलग राज्यों से 13 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

‘डिजिटल अरेस्ट’ साइबर ठगी का नया तरीका है। हालांकि, ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी किसी प्रक्रिया का हकीकत में कोई कानूनी वजूद नहीं होता। ऐसे मामलों में ठग खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करके फर्जी आपराधिक मामलों के नाम पर डराते हैं। फिर उन्हें गिरफ्तारी का झांसा देते हुए डिजिटल तौर पर बंधक बनाकर चूना लगा देते हैं।

भाषा हर्ष नोमान

नोमान