भुवनेश्वर: तटवर्ती राज्य ओडिशा में भाजपा ने इस बार खूब मेहनत की हैं। बीजेपी की कोशिश रही की राज्य से सत्ताधारी दल बीजद को बाहर करते हुए नवीन पटनायक के दशकों पुरानी सरकार की विदाई की जाएँ। लोकसभा के साथ ही हो रहे विधानसभा चुनाव में कामयाबी पाने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कई दफे ओडिशा पहुंचकर जनसभाएं की। खुद पीएम मोदी और अमित शाह ने यहां धुंआधार प्रचार किया। तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान जगन्नाथ के धाम पुरी में एक रोड शो किया। (Will Sambit Patra be BJP’s Odisha CM candidate?) इस तरह भाजपा की कोशिश लोकसभा की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के साथ राज्य की सत्ता में काबिज होने की रही। ऐसे में सवाल उठता हैं कि क्या इस बार ओडिशा में सत्ता परिवर्तन होगा। यहाँ लड़ाई सीधे तौर पर बीजेडी और बीजेपी के बीच हैं। यहाँ पहले चरण का मतदान 20 मई को हुआ। दुसरे चरण की वोटिंग 25 मई और काहिरी चरण की वोटिंग 1 जून को होगी।
बहरहाल अब सवाल पूछा जा रहा हैं कि अगर भाजपा ओडिशा में किसी तरह सरकार बनाने में कामयाब रहती हैं तो पीएम मोदी यहाँ की बागडोर किसे सौपेंगे यानी ओडिशा में भाजपा के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?
यह सवाल जब गृहमंत्री अमित शाह से पूछा गया तो उन्होंने बड़े सधे हुए अंदाज में इसका जवाब दिया। अमित शाह ने कहा कि जनता जब मन बना लेती हैं तो चेहरे दिखाई नहीं पड़ते, वह खुद ही अपना चेहरा ढूंढ लेती हैं। शाह ने कहा कि बीजद से भी कई बड़े नेता उनकी पार्टी में आएं हैं जबकि भाजपा के ही कई बड़े चेहरे हैं जो बीस-बीस साल से राजनीति में हैं। ओडिशा में उनके पास काफी चेहरे हैं। इसलिए वह कह सकते हैं कि ओडिशा में किसी भी तरह से लीडरशिप क्राइसिस नहीं हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह ऐसे नेता को सीएम चुनेंगे जो युवा भी हो और जिसके पास राजनीतिक सूझबूझ, अनुभव भी हो।
भाजपा के पास ओडिशा में प्रमुख रूप से कई ऐसे नेता हैं जिन्हे केंद्रीय राजनीति का भी ख़ासा अनुभव हैं। इनमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का नाम शामिल है। (Will Sambit Patra be BJP’s Odisha CM candidate?) ओडिशा के संभावित मुख्यमंत्री में उनकी दावेदारी हो सकती है। इसके अलावा जो दूसरा सबसे बड़ा चेहरा हैं वह हैं पार्टी के जानें-मानें प्रवक्ता संबित पात्रा। संबित पात्रा फिलहाल पुरी सीट से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार बनाये गए हैं।
इन दो चेहरों के अलावा बीजेपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल, संबलपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक जयनारायण मिश्रा और पूर्व आईएएस और भुवनेश्वर से भाजपा की सांसद अपराजिता सारंग का नाम भी शामिल हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा इनमें से किसी को राज्य की कमान सौपेंगी या फिर छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान की ही तरह कोई चौंकाने वाला फैसला लेगी।