रायपुरः PM Modi Nomination प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार अपना नामांकन-पत्र दाखिल करेंगे। इससे एक दिन पहले सोमवार को उन्होंने छह किलोमीटर लंबा रोड शो किया। प्रधानमंत्री दोनों हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन करते नजर आए। रोड शो का समापन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर हुआ, जहां बाद में पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ के दर्शन कर उनकी विशेष पूजा की। देश की सबसे चर्चित सीट पर सबसे बड़े पॉलिक्टिक फेस पीएम मोदी के शक्ति प्रदर्शन कितना प्रभावकारी है? चलिए जानते हैं..
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PM Modi Nomination लोकसभा चुनाव के लिए तीसरी बार नामांकन दाखिल करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी काशी पहुंच गए हैं। नामांकन से पहले सोमवार शाम को उन्होंने भव्य रोड शो किया। कहा जाता है कि किसी भी बड़े इवेंट को मैनेज करने में भारतीय जनता पार्टी की कोई बराबरी नहीं कर सकता। अध्योध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के समय भी ठीक ऐसा ही कार्यक्रम हुआ था। जिस तरह से अयोध्या पूरे रोड शो के दौरान 11 से 12 प्वाइंट बनाए गए थे, जिसमें पूरे भारत की संस्कृति को दिखाया गया। ठीक ऐसे ही प्वाइंट काशी में बनाए गए थे। आपको याद होगा कि जब 10 साल पहले पीएम मोदी वाराणसी गए थे तो उन्होंने कहा था कि मुझे किसी ने नहीं भेजा है और ना ही मैं खुद से यहां आया हूं। मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है। अब मोदी कह रहे हैं कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। बुलाने और गोद लेने तक के बीच में पीएम मोदी तीसरी बार अपना नामांकन वाराणसी लोकसभा सीट से दाखिल करेंगे। इस बार पीएम मोदी का नामांकन बेहद खास दिन पर हो रहा है।
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दरअसल, मंगलवार को गंगा सप्तमी है। माना जाता है कि इस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। इस खास दिन पर वे मंगलवार को सुबह 10.40 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे। बताया जा रहा है कि मोदी के नामांकन दाखिल करने के दौरान 12 राज्यों के सीएम और 18 कैबिनेट मंत्री मौजूद रहेंगे। कुल मिलाकर यह कहें कि आज काशी में पीएम मोदी के रोड शो के दौरान जो भव्यता दिखी, वह कल तक जारी रहेगी। नामांकन से पहले पीएम मोदी के इस भव्य रोड शो के कई मायने हैं। पीएम मोदी जब पहली बार चुनाव लड़े थे तो गुजरात के वड़ोदरा और उत्तर प्रदेश के वाराणसी सीट को चुना था। दूसरी बार 2019 में वे केवल वाराणसी से लड़े और इस बार भी यहीं से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार उन्होंने लगभग 6 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा का लक्ष्य है कि जीत के अंतर को बढ़ाकर 8 लाख किया जाए। इसके लिए भाजपा मेहनत भी कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी का तीसरी बार यूपी और काशी से चुनाव लड़ना भी बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि अभी हमने देखा कि उनके मुख्य विपक्षी पार्टी के एक प्रमुख नेता ने पिछली बार की हार के बाद अपनी सीट बदल ली और दूसरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मोदी का कहना है कि मैं गुजरात से आया हूं और तीसरी यहां से चुनाव लड़ा रहा हूं। यह एक महत्वपूर्ण मैसेज हो जाता है और लोगों के बीच यह कहते हुए बनता है कि देखों मैं गुजरात से आया हूं और यूपी के लोगों ने मुझे अपना बना लिया। लगातार चुनाव लड़ रहा हूं और हर बार जीत का अंतर बढ़ रहा है।
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पिछले 10 सालों में पीएम मोदी ने वाराणसी यानि काशी को निराश भी नहीं किया। लोगों का कहना है कि वहां का बहुत बढ़िया विकास हुआ है। हमने देखा कि भव्य काशी कॉरिडोर बनाया गया है। घाट भी सुंदर हो गए हैं। एयरपोर्ट, सड़कों के साथ-साथ अन्य सुविधाओं का भी विस्तारीकरण का काम हुआ है। चूंकि काशी का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व भी है। देश की धार्मिक राजधानी के रूप में काशी की पहचान हो रही है। जिस तरह से काशी भव्य और दिव्य है, पीएम मोदी ने अपने 10 सालों के कार्यकाल में इसे और भव्यता प्रदान की है। आज के रोड शो के दौरान जिस तरीके की भव्यता हमने देखी, उससे जीत को लेकर कोई सवाल नहीं हो सकता है। हां ये बात है कि उनके जीत के अंतर को लेकर जरूर बहस हो सकती है।