रायपुरः Reservation and casteism issue heated up देश में लोकसभा चुनाव के दो चरण बीत चुके हैं, लेकिन इसी बीच आरक्षण का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से लेकर RSS प्रमुख मोहन भागवत तक को साफ करना पड़ा कि आरक्षण कहीं खत्म नहीं होने जा रहा। वहीं विपक्षी पार्टियां और कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसे लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं। उन्होंने मोहन भागवत के ताजा बयान को लेकर भी संदेह जताया। देश में इस पर गरमाती राजनीति के बीच आरक्षण पर क्या कुछ हुआ दिनभर, जानते हैं इस खबर में…
Read More : त्रिग्रही योग से चमकेगी इन राशि वालों की किस्मत, मिलेगा खूब सारा पैसा, पति-पत्नी के बीच बढ़ेगा प्यार
Reservation and casteism issue heated up प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को जब से 400 पार का टारगेट दिया है। विपक्षी पार्टियों में खलबली मची हुई है। बीजेपी को पिछले लोकसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटे मिली थी और NDA के घटक दलों को मिलाकर ये संख्या 350 के पार पहुंच गई थी। पीएम कई बार कह चुका है कि आने वाला समय बड़े फैसलों का होगा। पीएम ने ऐसा किस बात को लेकर कहा है ये कोई नहीं जानता, लेकिन विपक्षी दल इस बात की आशंका जता रहे हैं कि सरकार विशाल बहुमत के दम पर संविधान बदलकर आरक्षण खत्म करना चाहती है।
बीजेपी के 400 पार के नारे के जवाब में विपक्ष ने इसे आरक्षण से जोड़ दिया है। हालांकि विपक्ष की इस मंशा को भांपकर बीजेपी और RSS भी सतर्क हो गया है। यही वजह है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब तक जरुरत होगी आरक्षण जारी रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी रविवार को अपनी चुनावी सभाओं के दौरान साफ कर दिया कि आरक्षण खत्म नहीं होने जा रहा है।
Read More : Top 5 Bollywood Movies: बॉलीवुड की 5 शानदार फ़िल्में.. एक बार देख लेने से ही बदल सकती हैं जिंदगी..
लोकसभा चुनाव के दो चरणों के बाद अचानक आरक्षण पर बहस क्यों छिंड़ी। इसकी वजह कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक पुराना वीडियो है, जिसे कांग्रेस के नेता खूब वायरल कर रहे हैं। इस वीडियो में प्रमोद कृष्णम एक भाषण के दौरान आरक्षण खत्म करने की बात कह रहे हैं। हालांकि उन्होंने इस पर सफाई दी है। उनके मुताबिक ये एक साल पुराना वीडियो है और भाषण आधा है, जब मैं कांग्रेस के साथ था। अब पीएम मोदी के साथ हूं और कांग्रेस दुष्प्रचार और साजिश कर रही है।
भारत की सियासत में आरक्षण और जातिवाद बेहद संवेदनशील मुद्दा है। चुनाव के दौरान राजनीतिक दल इसे जमकर भुनाते हैं। ये ऐसे विषय है जो हवा का रूख मोड़ने की ताकत रखते हैं। यही वजह है कि बीजेपी और विपक्षी पार्टियां इसे लेकर बेहद सतर्क हैं। इस पर बड़ी होशियारी और सफाई से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अब ये देखने वाली बात है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में आरक्षण और जातिवाद के मुद्दे क्या असर डालते हैं।