कर्नाटक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोला। (pm modi ka karnatak me speech) पीएम मोदी ने कहा कि देश के आजाद होने के दूसरे दिन ही प्रभू राम का मंदिर बनाने का फैसला होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
साथ ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने तो राम मंदिर का निमंत्रण ही ठुकरा दिया लेकिन अंसारी परिवार ने पीढ़ी दर पीढ़ी इस बात के लिए कोर्ट में लड़ाई की और कहा कि यहां राम मंदिर नहीं बाबरी मस्जिद थी लेकिन जिस दिन कोर्ट का फैसला आया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है और अंसारी ने मुसलमान होने के बाद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इमसे शिरकत की। ये अंतर है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सिरसी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “एक तरफ वो लोग हैं जिन्होंने वोट बैंक की भूख में राम मंदिर का अपमान किया। दूसरी तरफ एक अंसारी परिवार है, इकबाल अंसारी जिनका पूरा परिवार है।” तीन पीढ़ियों तक राम मंदिर के खिलाफ मुकदमा लड़ा लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। राम मंदिर के ट्रस्टियों ने जब अंसारी को आमंत्रित किया तो वह ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में शामिल हुए..”
कर्नाटक में जबसे कांग्रेस सरकार आई है, तबसे पूरे स्टेट में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत खराब है। pic.twitter.com/PNwyukuM9P
— Narendra Modi (@narendramodi) April 28, 2024
पीएम नरेंद्र मोदी ने सिरसी में सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “कर्नाटक सहित पूरे देश का एक इतिहास है जहां नवाब, सुल्तानों और बादशाहों ने आम लोगों पर जघन्य अपराध और अत्याचार किए हैं, (pm modi ka karnatak me speech) इन सुल्तानों ने हमारे मंदिरों को नष्ट और लूटा है।” और तीर्थयात्राएं, लेकिन ‘शहजादा’ ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है और हमारे राजाओं और महाराजाओं को अत्याचारी घोषित कर दिया है।’