नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मुसलमानों को लेकर कहा था कि “अगर मैं हिंदू-मुसलमान करूंगा तो मैं सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा.” (Owaisi sharply criticized Prime Minister Narendra Modi) अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने हिंदू और मुसलमान को लेकर की जाने वाली राजनीति पर खुलकर बात की और कहा कि वह कभी भी वह कभी हिंदू और मुसलमान को नहीं बांटेंगे।
वही प्रधानमंत्री के इन्ही बातों पर एआईएमआईएम के मुखिया और संसद असदुद्दीन आवैसी की प्रतिक्रया सामने आई हैं। अपने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर ओवैसी ने पीएम मोदी और उनके बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की हैं। इसके अलावा ओवैसी ने भाजपा के वोटर्स पर भी सवाल खड़े किये हैं।
ओवैसी ने लिखा है, “मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को घुसपैठिया और ज़्यदा बच्चे वाला कहा था। (Owaisi sharply criticized Prime Minister Narendra Modi) अब वो कह रहे हैं कि वो मुसलमानों की बात नहीं कर रहे थे, उन्होंने कभी हिन्दू-मुस्लिम नहीं किया।
ये झूठी सफ़ाई देने में इतना वक़्त क्यों लग गया? मोदी का सियासी सफ़र सिर्फ़ और सिर्फ़ मुस्लिम विरोधी सियासत पर बना है। इस चुनाव में मोदी और भाजपा ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ अनगिनत झूट और बेहिसाब नफ़रत फैलाई है। कटघरे में सिर्फ़ मोदी नहीं हैं, बल्कि हर वो वोटर है जिसने इन भाषणों के बावजूद भाजपा को वोट दिया।”
मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को घुसपैठिया और ज़्यदा बच्चे वाला कहा था। अब वो कह रहे हैं कि वो मुसलमानों की बात नहीं कर रहे थे, उन्होंने कभी हिन्दू-मुस्लिम नहीं किया।
ये झूठी सफ़ाई देने में इतना वक़्त क्यों लग गया? मोदी का सियासी सफ़र सिर्फ़ और सिर्फ़ मुस्लिम विरोधी सियासत पर…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 14, 2024
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (14 मई ) को वाराणसी से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इसके बाद एक टीवी चैनल को दिए अपने एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि “अगर मैं हिंदू-मुसलमान करूंगा तो मैं सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा।” इसके अलावा भी अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने हिंदू और मुसलमान को लेकर की जाने वाली राजनीति पर खुलकर बात की और कहा कि वह कभी भी वह कभी हिंदू और मुसलमान को नहीं बांटेंगे।
पीएम मोदी ने बताया कि उनका बचपन मुस्लिम परिवारों के बीच ही बीता है. उन्होंने कहा, “मेरे बहुत सारे मुस्लिम दोस्त हैं और 2002 के बाद मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। हमारे आस-पड़ोस में मुस्लिम परिवार रहा करते थे। ईद के मौके पर हम घर पर खाना भी नहीं बनाते थे क्योंकि हमारे आस-पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम पड़ोसियों के यहां से ही खाना आया करता था. यहां तक कि मुहर्रम पर हमें ताज़िया करना भी सिखाया गया था।”