नई दिल्ली: लोकसभा के तीसरे चरण के लिए कल मतदान है। वहीं अगले 4 चरणों में झारखंड की 14 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। लेकिन वहां वोटिंग से पहले ही ED के छापों और उसमें मिले बेहिसाब कैश ने राज्य की कांग्रेस-JMM सरकार को बैकफुट पर ला दिया है। मंत्री आलमगीर आलम के करीबी के घर से 20 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच बीजेपी नेताओ ने आज इसे जमकर भुनाया। वहीं ED के सियासी दुरुपयोग का आरोप लगाने वाले इंडिया गठबंधन के नेताओं को इस पर जवाब देते नहीं बन रहा।
जिसे बैंक कर्मचारी गिन रहे हो। ये वो काली कमाई है। जिसे ED ने रांची में एक रसूखदार नेता के करीबी के ठिकाने पर छापा मारकर बरामद किया है। नोटों की गड्डिया इतनी ज्यादा है कि ED अधिकारी ही नहीं मशीने भी गिन गिनकर थक चुकी हैं। आप सोच रहे होंगे की इतना सारा कैश भला कौन अपने घर में रखता है। तो आपको बता दें कि ये कैश मिला है। झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू सहायक के घर से कैश के सामने आते ही मंत्री आलमगीर आलम सवालों के घेरे में आ गए। इस पर उनका पहला रिएक्शन भी आया है और वो सारा ठीकरा अपने निजी सहायक पर फोड़ते नजर आए।
आलमगीर आलम झारखंड कांग्रेस के बड़े नेता हैं और राज्य की कांग्रेस-JMM सरकार में मंत्री हैं। देश में लोकसभा चुनाव अपने चरम पर हैं। भ्रष्टाचार इसमे बड़ा मुद्दा है। बीजेपी इसे जोर शोर से भुना रही है। पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम बीजेपी नेताओं ने इसे लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
ED को ये कैश झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के मामले की जांच के दौरान बरामद हुआ है। वीरेंद्र राम को ED ने पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया था। आपको बता दें ये कोई पहली बार नहीं है। जब झारखंड के नेताओं से इतना कैश मिला हो। इससे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से आयकर विभाग ने 350 करोड़ रूपए बरामद किए थे। ED की ताजा कार्रवाई से चुनाव से कुछ घंटे पहले कांग्रेस और इंडिया अलायंस की मुश्किले बढ़ गई हैं। केंद्र सरकार पर ED के दुरुपयोग का आरोप लगाने वाला विपक्ष खुद कटघरे में हैं।