इंदौर: Indore Lok Sabha Chunav 2024 मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बड़ा सियासी उलटफेर हुआ। इंदौर लोकसभी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम नामांकन वापसी के आखिरी दिन कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और ना सिर्फ नामांकन वापस लिया, बल्कि भाजपा की सदस्यता भी ले ली । अक्षय के नामांकन वापसी के बाद इंदौर लोकसभा चुनाव के रण में कांग्रेस के हाथ खाली हैं और बीजेपी की एकतरफा जीत तय है। मध्यप्रदेश में फूटे इस सियासी बम ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया है तो वहीं पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के लिए भी चुनौतियां बढ़ गई हैं।
Indore Lok Sabha Chunav 2024 मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच सोमवार को ऐसा सियासी बम फूटा कि कांग्रेस के चुनावी अभियान के परखच्चे उड़ गए और भाजपा ने अपने मास्टर स्ट्रोक से सबको हैरान कर दिया। इंदौर से कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन वापसी के आखिरी दिन अपना नॉमिनेशन वापस ले लिया। नामांकन वापस लेने के लिए अक्षय कांति बम स्थानीय भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंचे थे।
नामांकन वापसी के बाद अक्षय कांति सीधे भाजपा दफ्तर पहुंचे जहां कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और अन्य भाजपा नेताओं से मुलाकात की और भाजपा की सदस्यता ले ली। इसी के साथ इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान सांसद शंकर लालवानी की एकतरफा जीत लगभग तय हो गई है।
चुनाव के दौरान मिले सबसे बड़े झटके से कांग्रेस हैरान है। कांग्रेसी इसे भाजपा की दबाव की पॉलिटिक्स की नतीजा बता रहे हैं। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने अंदेशा जताया कि ऐसी घटनाएं और भी हो सकती है।
अक्षय के सियासी ‘बम’ ने कांग्रेस को हिला कर रख दिया है। पार्टी प्रवक्ता केके मिश्रा ने लिखा ‘अक्षय बम, तुम तो “फुस्सी बम” निकले, तुमसे अच्छी तो वेश्यायें हैं, जो अपने प्रोफेशन के प्रति ईमानदार होती हैं, कितने में बिके हो ?? मुझे मालूम था तुम्हारी क़ीमत लग चुकी है, इसे मैं 15 दिन पहले ही पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को बता चुका था, आख़िरकार वो सच साबित हुआ। वहीं इंदौर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र यादव का गुस्सा अपनी ही पार्टी पर निकला है।
अक्षय कांति बम का नामांकन वापस लेना कांग्रेस के साथ साथ पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के लिए भी बड़ा झटका है। क्योंकि कई दावेदारों को दरकिनार कर पटवारी ने ही अक्षय कांति बम को प्रत्याशी बनाए जाने की पैरवी की थी। पटवारी खुद मालवा से आते हैं। कांग्रेस अक्षय कांति बम को सबसे मजबूत दावेदार बता रही थी, जिसकी जीत के दावे भी पार्टी के नेता कर रहे थे, लेकिन ऐन वक्त पर अक्षय कांति ने ऐसा बम फोड़ा कि कांग्रेस चारों खाने चित हो गई और भाजपा ने बड़ा मास्टर स्ट्रोक चल दिया।