विवेक पटैया/भोपालः MP में लोकसभा चुनाव अब मालवा और निमाड़ की 8 सीटों पर आकर सिमट गया है। यहां 13 मई को चौथे चरण में वोट डाले जाएंगे। इस चरण में दांव पर लगी सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी इन सभी सीटों पर दोबारा जीत के लिए दम लगा रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस बीजेपी के गढ़ों में सेंध लगाने का दावा कर रही है।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की जंग अब अपने चरम पर पहुंच गई है। 29 में से 8 सीट ही बची है। जहां दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर है। इन सीटों में देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन और खंडवा शामिल है। बात अगर रतलाम लोकसभा क्षेत्र की करें तो 2019 के चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को हराया था। रतलाम की 8 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। यहां बीजेपी की अनीता चौहान और कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के बीच मुकाबला है। 2019 के चुनाव में बीजेपी के गुमान सिंह डामोर ने कांतिलाल भूरिया को 90 हजार वोटों से हराया था। 2015 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने जीता दर्ज की थी। बीजेपी एक बार फिर यहां जीत का दावा कर रही है।
धार लोकसभा सीट पर बीजेपी की सावित्री ठाकुर और कांग्रेस के राधेश्याम मावेल के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। 2019 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी छतर सिंह दरबार ने कांग्रेस के दिनेश गिरवाल को हराया था, लेकिन बीजेपी ने छतर सिंह का टिकट काटकर इस बार महिला प्रत्याशी उतारा है। इस सीट पर 8 विधानसभा सीट में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है जबकि 3 सीट बीजेपी के पास है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने दावा है कि मालवा निमाड़ में कांग्रेस शुरू से मजबूत रही है। इस बार यहां महंगाई बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। हम इस बार हम 12 से ज्यादा सीट जीतने जा रहे हैं।
पिछले 2 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डाले तो मालवा निमाड़ में बीजेपी ने एकतरफा जीत दर्ज की है। ऐसे में बीजेपी का पलड़ा भारी माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि इस बार नतीजे चौकने वाले हो सकते हैं। क्योंकि प्रदेश की जनता राष्ट्रीय के साथ-साथ स्थानीय मुद्दों पर भी वोट करने वाली है।