नई दिल्ली: Lok Sabha Chunav 2024 दिल्ली शराब नीति केस में PMLA कोर्ट ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को 28 मार्च तक ED की रिमांड पर भेज दिया है। चुनाव से पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुद्दा चुनावी हो चला है। INDIA गठबंधन के नेता इसे लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं, तो बीजेपी का नजरिया साफ है। जेल जाने के बाद केजरीवाल को सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वैसे देखा जाए तो इस मामले के दो पहलू हैं एक कानूनी और दूसरा राजनीतिक। कानूनी तौर कौन सही-गलत है इसका फैसला तो अदालत में होगा लेकिन इस मामले के राजनीतिक पहलू का फैसला लोकसभा चुनाव के दौरान जनता की अदालत में हो ही जाएगा।
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Lok Sabha Chunav 2024 लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर सियासी बवाल मच गया है। आप और बीजेपी आमने सामने है जिससे शनिवार को दिल्ली का पारा हाई है। एक तरफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली के शहीदी पार्टी में धरना प्रदर्शन दिया, तो दूसरी तरफ बीजेपी नेता राजघाट पहुंचकर केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की। आप बीजेपी में मचे घमासान के बीच सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मैदान में कूदी। उन्होंने वो संदेश जनता के सामने पढ़ा जो अरविंद ने जेल से भेजा।
केजरीवाल की गिरफ्तारी कतो दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन INDIA भी एकजुट नजर आ रहा है। सबसे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने X पर लिखा एक डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्जा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज करना भी ‘आसुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। इंडिया गठबंधन मुंहतोड़ जवाब देगा।
हालांकि ED का दावा है कि शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उसके पास पर्याप्त सबूत है, लेकिन आप के नेता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश बता रहे हैं।
ED की कार्रवाई और केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विरोधी नेता लाख सवाल उठाए लेकिन बीजेपी का दावा है कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को लूटने का काम किया है इसलिए वो जेल के सलाखों के पीछे हैं।
बहरहाल दिल्ली शराब घोटाले मामले में आम आदमी पार्टी की भूमिका को लेकर सियासी दलों का अपना-अपना नजरिया है। लेकिन मौजूदा हालात में सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आप के सबसे बड़े स्टार प्रचारक के बिना आम आदमी पार्टी चुनाव में कैसे उतरेगी। सवाल ये भी कि क्या अब दिल्ली की सरकार जेल से चलेगी। क्योंकि केजरीवाल ने तो दो टूक कह दिया है कि वो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे।