रायपुरः चुनावी बिसात के दौरान हर बार कोई न कोई नए शब्द आ ही जाते हैं। राष्ट्रवाद और पाकिस्तान जैसे शब्दों के बिना भारत में चुनाव होना असंभव सा प्रतीत होता है। हिंदू-मुसलमान, आरक्षण और मुस्लिम लीग के बाद अब इस बार के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवाद और पाकिस्तान शब्द की भी एंट्री हो गई है और इसका कांग्रेस कनेक्शन भी सामने आने लगा।
पहले और दूसरे चरण के मतदान के बाद ऐसा लग रहा था कि ये कैसा चुनाव है, जिसमें पाकिस्तान नहीं है। हालांकि छिटपुट जगहों पर पाकिस्तान शब्द का जिक्र हो रहा है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के दौरान एक-दो जगहों की रैलियों में इसका जिक्र किया कि पाकिस्तान अब हमसे डरने लग गया है। ऐसे ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एकाध जगह पर कहा था कि आतंकवादियों को उसके घर में घुसकर मारेंगे। लेकिन तीसरे चरण के लिए वोट पड़ने से पहले पाकिस्तान पूरी तरह केंद्र में आ गया। दरअसल, इमरान खान सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे फवाद चौधरी ने राहुल गांधी के भाषण का एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने इसका कैप्शन दिया राहुल ऑन फायर। फवाद चौधरी के पोस्ट के वायरल होते ही भारत में सियासत गर्म हो गई और भाजपा के आईटी सेल के साथ-साथ प्रवक्ताओं की फौज पीछे पड़ गई। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर पाकिस्तान के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए। ये मुद्दा तब और गरमा गया जब पीएम मोदी ने गुजरात के आणंद की रैली में इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान की मुरीद है। पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान और कांग्रेस की साझेदारी का पर्दाफाश हो गया है। यहां कांग्रेस मर रही है तो पाकिस्तान को रोना आ रहा है। कांग्रेस के लिए अब पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में पाकिस्तान की हमसे बात करने की हिम्मत नहीं हो रही है। कांग्रेस के लोग पाकिस्तान को डोजियर देते थे और हम डोज दे रहे हैं।
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दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले द गार्जियन की एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया था कि भारत की विदेशी खूफिया एजेंसी 2019 के कथित तौर पर विदेशों में हत्याएं करना शुरू किया है। पुलवामा हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान में 20 एक्ट्रा जुडिशियल हत्याएं करवाईं है। उस समय इस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे झूठा करार दिया था, लेकिन अंदर ही अंदर पीएम मोदी, राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं के में लड्डू फूट रहे थे। क्योंकि ये उनके फेवर की बात थी कि जिस डोजियर को कांग्रेस सौंपती थी, उसमें से ही ये लोग है जिन्हें मारा गया है। हालांकि मेरे पास इसका कोई स्टेटमेंट नहीं है। इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से एक साक्षात्कार में पूछा गया था कि गार्जियन ने भारत पर 20 लोगों के मारने का आऱोप लगाया है। इसे आप कैसे देखते हैं? अमित शाह ने जवाब में कहा था कि आप खुश हो कि नहीं हो। उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया था। कुल मिलाकर आज फिर चुनाव में पाकिस्तान लौट आया। 2019 का चुनाव बीजेपी पाकिस्तान पर किए गए स्ट्राइक के दम जीत गई थी। आने वाले दिनों में यह देखने वाली बात होगी कि किस-किस तरह से पाकिस्तान हमारे चुनाव गेस्ट अपीरियंस के रूप में आती है।
लोकसभा चुनाव में पाकिस्तान की एंट्री के साथ-साथ अब वोट जिहाद का भी जिक्र होने लगा है। इस चुनाव में एक बात यह देखने को मिल रही है कि कांग्रेस यदि लूज बॉल बीजेपी पर उछालती है तो वह बाउंड्री पार ही जाती है। बीजेपी तो पहले से ही लव जिहाद को बड़ा मुद्दा बनाई हुई है। तो कांग्रेस को सीधे-सीधे वोट की अपील करनी चाहिए। कांग्रेस का वोट जिहाद बीजेपी के लिए एक लूज बॉल की तरह ही है। कांग्रेस को ये चाहिए कि अपनी पिच पर खेले और सीधे-सीधे जनता से वोट की अपील करें। वोट जिहाद जैसे शब्दों के उपयोग से कांग्रेस को बचना चाहिए।