नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन की शुरुआत हो चुकी हैं। वही दूसरी तरफ कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा पर अलग-अलग मुद्दों को लेकर हमलावर बनी हुई हैं। (Congress Press Conference Today on Electoral Bonds) खासकर इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर पूरा इण्डिया ब्लॉक बेहद आक्रामक नजर आ रहा हैं। इस मामले पर मची सियासत के बीच आज कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजधानी दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस किया और केंद्र की सरकर पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस पीसी में एआईसीसी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष द्वय सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहे।
1. 18वीं लोक सभा के आम चुनाव की घोषणा हो चुकी है। देश का हरेक नागरिक इसमें भाग लेने के लिए उत्सुक है।
2. भारत पूरी दुनिया में अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और अर्दर्शों के लिये जाना जाता रहा है।
3. किसी भी लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव अनिवार्य होता है- essential होता है। साथ ही यह भी आवश्यक होता है कि सभी राजनीतिक दल के लिए समान Level Playing Field हो। सभी दलों के पास समान रूप से संसाधन हो।
4. ये नहीं कि जो सत्ता में हैं उनका resources पर monopoly हो। ये नहीं कि उनका media पर एकाधिकार हो। ये नहीं कि सत्ताधारी दल का सांविधानिक तथा न्यायिक संस्थाओं जैसे- IT, ED, Election Commission पर प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष नियंत्रण हो।
5. दुर्भाग्य से जो पिछले दिनों Supreme Court के हस्तक्षेप के बाद जो Electoral Bond – चुनावी चंदा Bond के बारे में जो तथ्य निकल कर सामने आये वो बहुत ही चिंताजनक हैं। (Congress Press Conference Today on Electoral Bonds) शर्मनाक भी हैं क्योंकि इससे हमारे देश के छवि को ठेस पहुँची है । हमारे देश ने पिछले 70 सालों में निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ लोकतंत्र की जो छवि बनायी थी उस पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
6.Supreme Court ने जिस चुनावी चंदा Bond को illegal और unconstitutional कहा, उस scheme के तहत मौजूदा सत्ताधारी दल ने 6 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा अपने account में भर लिया। और दूसरी तरफ़ साज़िशन मुख्य विपक्षी दल का Bank account freeze कर दिया ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव ना लड़ पाएँ, यह सत्ताधारी दल द्वारा एक ख़तरनाक खेल खेला गया है। इसके दूरगामी प्रभाव होंगे। पर ये स्पष्ट है कि इस तरीक़े से किसी राजनीतिक दल को असहाय बना कर चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न करना Free और Fair election कभी नहीं कहा जा सकता ।
7. देश की जनता- एक आम नागरिक ये देख सकता है कि BJP ने चुनावी चंदा Bond से 56% पैसे हथियाए हैं वहीं कांग्रेस को मात्र 11% ही मिले हैं। और ये वो पैसे हैं जो Bond से BJP ने लिये हैं । इसके अलावा जो cash में इनके पास आता होगा उसका तो कोई account ही नहीं है। आप इनके खर्चे देखें । हर तरफ़ इनका advertisement लगा हैं। रोज़ अख़बार, TV, Radio, Internet, करोड़ों रुपये की बड़ी बड़ी रैलियाँ, roadshow हो रहे हैं । देश के हर ज़िले में 5 Star BJP Offices बने हैं। कहाँ से पैसे आये ? क्या ये बिना पैसे के हो रहे हैं?
8.मैं कहना नहीं चाहता कि BJP ने किस तरीक़े से कंपनियों से ये पैसे लिये हैं, क्योंकि Supreme court तथ्यों की जाँच कर रहा है। हमें उम्मीद है कि सच्चाई बहुत जल्द हम सब के सामने आयेगी।
9.और अंत में देश के सांविधानिक संस्थाओं से Appeal करता हूँ कि अगर वो Free और Fair इलेक्शन चाहते हैं तो हमारी पार्टी को बग़ैर किसी रोक -टोक के Bank Accounts को इस्तेमाल करने दें। जो Income Tax का claim है (Congress Press Conference Today on Electoral Bonds) वो अंततः कोर्ट के निर्णय के अनुसार settle हो जाएगा। राजनीतिक दल Tax नहीं देते, BJP ने कभी नहीं दिया, इसके बाद भी अगर हमसे यह माँगा जा रहा है, तो हम न्यायालय के अंतिम निर्णय का इंतज़ार करेंगे।
10. परंतु 18 वीं लोक सभा का चुनाव दुबारा नहीं होगा, इस लिये Level playing Field बने रहने के लिए ये बाधक है कि हमारे accounts को तुरत Defreeze किया जाए।
LIVE: Press briefing by CPP Chairperson Smt. Sonia Gandhi ji, Congress President Shri @kharge and Shri @RahulGandhi at AICC HQ. https://t.co/ZfYNcfWjbf
— Congress (@INCIndia) March 21, 2024