नई दिल्ली: Terrorist Attack in Kashmir इधर शहादत को लेकर भी सियासी पारा हाई है। कश्मीर के पुंछ में हुए हमले के बाद विपक्ष ने बीजेपी का चुनावी स्टंट बताया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आरोप लगाया कि जब चुनाव आते हैं, तो ऐसे स्टंट खेले जाते हैं। बीजेपी को जिताने की तैयारी की जाती है। तो महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता ने दावा किया कि हेमंत करकरे की हत्या जिस गोली से हुई वो आरएसएस को समर्पित एक पुलिस अधिकारी के हथियार से चली थी, न कि अजमल कसाब की बंदूक से।
Terrorist Attack in Kashmir 4 मई को कश्मीर में आतंकियों के हमले में 4 जवान शहीद हो गए। हमले को लेकर देश में गुस्सा है तो जवानों की शहादत से माहौल गमगीन है। लेकिन चुनावी सीजन आतंकी हमला और शहादत के मुद्दे पर घिनौनी सियासत शुरू हो गई। कांग्रेस और विपक्ष हमले पर सवाल उठाते हुए इसे स्टंटबाजी बता रहा तो सत्तारूढ़ बीजेपी कह रही कि विपक्ष और आतंकियों का अंदरूनी समझौता है।
ये स्टंटबाजी है, हमले नहीं हो रहे..जब चुनाव आते हैं, तो ऐसे स्टंट खेले जाते हैं। बीजेपी को जिताने की तैयारी की जाती है। योजना के तहत हमले करवाए जाते हैं। ये बीजेपी को जिताने का स्टंट है, इसमें सच्चाई नहीं होती। लोगों को मरवाने और लोगों के लाशों पर खेलना ये बीजेपी को आता है।
कश्मीर में आतंकी हमले को चुनावी स्टंटबाजी बताने वालों में सिर्फ चरणजीत सिंह चन्नी नहीं है, राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप ने तो हमले के लिए सीधे-सीधे पीएम मोदी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। एक तरफ कांग्रेस और विपक्षी दल मोदी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी तरफ जवानों की शहादत पर सियासी बयानबाजी पर बीजेपी ने सख्त ऐतराज जताया है।
पुंछ में आतंकियों से लोहा लेते हुए छिंदवाड़ा का लाल विक्की पहाडे भी शहीद हो गया है। मौत की खबर के बाद पूरा परिवार सदमे में है। विक्की पहाड़े को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव उनके निवास पहुंचे। सीएम ने कहा हमारे बहादुर जवान पर हमें गर्व है। इधर वीडी शर्मा ने कांग्रेस और नाथ परिवार पर जमकर निशाना साधा
इधर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के विजय वडेत्तिवार ने दावा किया है. कि आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे की हत्या जिस गोली से हुई वो आरएसएस को समर्पित एक पुलिस अधिकारी के हथियार से चली थी, न कि अजमल कसाब की बंदूक से।
इतना ही नहीं वडेत्तिवार ने आरोप लगाया, ‘जांच के दौरान, महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई थी, जिसे उज्ज्वल निकम ने दबा दिया, जो एक देशद्रोही है। बीजेपी एक देशद्रोही को क्यों बचा रही है और ऐसे व्यक्ति को लोकसभा चुनाव में टिकट क्यों दिया। जिसपर BJP ने पलटवार किया कि कांग्रेसी वोट बैंक के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।
तीसरे चरण की वोटिंग में अब कुछ ही घंटे बचे हैं। ऐसे में पहले पुंछ आतंकी हमले और फिर हेमंत करकरे की शहादत पर बयानबाजी ने बीजेपी को एक बार फिर सेना के बहाने विपक्ष को कठघरे में खड़ा कर रहा तो INDIA गठबंधन के नेता इसे चुनावी स्टंट करार दे रहे। बहरहाल जवानों की शहादत पर सियासत कब तक यूं ही होती रहेगी, ये बड़ा सवाल है।