कोलकाता: दूसरी पार्टी के सांसदों और निर्दलीयों को अपने पाले में करने की रणनीति बना रही भाजपा को ही बड़ा झटका देने की तैयारी की जा रही हैं और यह झटका कोई और नहीं बल्कि भाजपा की धुर विरोधी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देगी। मीडिया रिपोर्ट्स के दावे की मानें तो पश्चिम बंगाल में भाजपा के फिलहाल 12 सांसद हैं। वही इनमें से ज्यादातर सांसद सत्ताधारी दल टीएमसी के सम्पर्क में हैं।
अगर ये सांसद टीएमसी के पाले में जाते हैं तो केंद्र में भाजपा की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। फिलहाल भाजपा को सरकार बनाने के बाद बैकअप के लिए अभी और सांसदों की तलाश हैं। ऐसे में ममता दीदी का खेला मोदी-शाह के लिए नई मुसीबत बन सकता है।
फिलहाल ममता बनर्जी की पार्टी स्वतंत्र हैं। यानी वह न ही इंडिया गठबंधन में शामिल हैं और न ही एनडीए में। राजनीतिक पंडित मानते हैं कि अगर उन्हें किसी अलायंस में शामिल होना भी पड़ा तो वह इंडिया के साथ जाना पसंद करेगी। इण्डिया ब्लॉक को सरकार बनाने के लिए ममता के सांसदो की जरूरत भी होगी।
गौरतलब हैं कि 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में फ़िलहाल इस बार टीएमसी के 29 सांसद जीतकर आएं हैं। बात बीजेपी की करें तो इस बार यहाँ भगवा दल ने शानदार प्रदर्शन किया हैं। उन्होंने 42 में 12 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की हैं जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट से ही संतोष करना पड़ा हैं।