Big Picture With RKM: रायपुर: एक आम आदमी या कहे वेतनभोगी की नजर बजट में सबसे ज्यादा अन्य चीजों के मुकाबले टैक्स पर अधिक होती है। टैक्स का सीधा असर उनके बचत पर होता हैं। लेकिन अगर पेश किये बजट को टैक्स के बड़े परिदृश्य में देखा जायें तो वह इसे ‘पिज्जा बजट’ कहेंगे। दरअसल सरकार के इस बजट से एक आम आदमी यानि वतनभोगी की जो बचत हो सकेगी वह करीब सालाना 17.5 हजार रुपये के करीब ही होगी। इसे अगर हर माह में बांटा जाए तो यह बचत 1.5 हजार ठहरेगी। ऐसे में देखा जायें तो चार लोगों के परिवार में डेढ़ हजार के बचत से महज पिज्जा ही खरीदा जा सकता हैं, लिहाजा टैक्स सेविंग के मामले में वो इसे ‘पिज्जा बजट’ का नाम देंगे।
बात करें शेयर बाजार की तो हम देख रहे हैं कि पिछले कुछ समय से शेयर मार्केट में निवेश बढ़ा है। घरेलू निवेशकों ने बड़े पैमाने पर निवेश भी किया है। लेकिन इस बजट में उन्हें भी निराशा भी हाथ लगी हैं। कई तरह के करों में सरकार ने बढ़ोत्तरी की हैं। खासकर जिन्होंने हाउस प्रॉपर्टी में निवेश किया हैं उन्हें इस बार के बजट से अधिक झटका लगा हैं।
Big Picture With RKM: लेकिन इन चीजों के अलावा इस बजट में जो सबसे अच्छी बात रही है वह हैं रोजगार पर सरकार का फोकस। बल्कि सरकार ने रोजगार को ही इस बजट का विषय भी रखा है। उन्होंने अपने बजट में रोजगार पैदा करने वाले सभी क्षेत्रों के लिए प्रावधान किया हैं और प्रयास किया है कि जिस भी सेक्टर के लिए गंभीर है वह रोजगार पैदा हो, नौकरियों का सृजन हो। इस तरह अगर सरकार अपने योजनाओं में और उन्हें व्यवहार में लाने में कामयाब हो जाती हैं तो देश के युवाओं को इसका दीर्घकालिक फायदा भी मिलेगा।
नौकरी के लिए सरकार ने तीन योजनाओं पर काम किया हैं। उनका प्रयास हैं कि इन योजनाओं के आकर्षण से कम्पनिया ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को नौकरी दे। इन फैसलों में जो सबसे बड़ा कदम हैं वह इंटर्नशिप दिलाने का। बात भारत की करें तो यहां युवा पढ़े-लिखे तो हैं लेकिन उनमें कौशल की कमी हैं। वह सीधे रोजगार योग्य नहीं हैं। तो सरकार ने प्रयास किया हैं कि देश की टॉप 500 कम्पनिया उनके कौशल को निखारें और इसके लिए वह अपनी तरफ से उनका भुगतान करेंगे। सरकार का दावा हैं कि इस योजना के जरिये वह करीब 20 लाख युवाओं के कौशल का उन्नयन करेगी। ऐसे में समझा जा सकता हैं कि अगर सरकार अपने इस योजना में सफल होती हैं तो आने वाले पांच सालों में देश में स्किल्ड यूथ का बड़ा ह्यूमन रिसोर्स होगा। कौशल विकसित होने पर यह युवा या तो वेतनभोगी के तौर पर काम कर सकते हैं या स्वरोजगार की दिशा में भी कदम बढ़ा सकते है। इसके अतिरिक्त बजट में जो भारी भरकम प्रावधान विनिर्माण या अधोसंरचना के क्षेत्र में किये गए है इससे सरकार का प्रयास सीधे तौर पर रोजगार का ही सृजन करना है।
Big Picture With RKM: इस तरह सरकार ने खुद पर लगने वाले आरोपों से बचने के लिए भी इस बजट में मजबूती से काम किया हैं। हम जानते हैं कि विपक्ष, सरकार पर लम्बे वक़्त से रोजगार को लेकर आरोप लगाते रहा हैं। उनका आरोप यह भी हैं कि भारत में रोजगार का सृजन नहीं हो रहा हैं ऐसे में इस बजट के माध्यम से अपने इस दाग को धोने की दिशा में भी सरकार ने कदम आगे बढ़ाये है।