Big Picture with RKM: रायपुर: अलग और अद्भुत शैली वाले नेता शिवराज सिंह चौहान! ‘हम किसी को छेड़ते नहीं और कोई अगर हमें छेड़ दे उसे छोड़ते नहीं’.. यह लाइन शिवराज के शैली और व्यक्तित्व को परिभाषित करती है। (Will Shivraj Singh Chauhan be able to become an alternative for the top post?) आज राज्यसभा में दिए गए उनके भाषण के अंदाज पर हमारा यह बिग पिक्चर।
भारी बहुमत से मध्यप्रदेश में भाजपा को सत्ता में लाने वाले शिवराज सिंह को जब मुख्यमंत्री नहीं बनाया था तब ही यह तय हो गया था कि अब केंद्रीय नेतृत्व उनका लाभ लेने वाली है। इतना ही नहीं बल्कि कयास यह भी लगाए जाने लगे थे कि अगर शिवराज सिंह को केंद्र में मंत्री बनाया गया तो उन्हें सबसे जटिल जिम्मेदारी भी दी जाएगी और हुआ भी ऐसा ही। पीएम मोदी के 3.0 में उन्हें कृषि मंत्रालय की कमान सौंपी गई। फ़िलहाल कुछ सालो से किसानो का मसला पीएम मोदी के लिए चुनौतियों से भरा रहा हैं इसलिए भी यह मंत्रालय कठिन माना जाता हैं।
बात अगर मंत्रालय के कामकाज और किसानों के सरोकारों की करें तो पीएम मोदी कृषि के क्षेत्र में क्रान्ति लाने के लिए छह सिद्धांतो पर काम कर रहे हैं। और इनका सफल क्रियान्वयन भी शिवराज सिंह चौहान के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। लेकिन आज उन्होंने राज्यसभा में अपने भाषण में जो बातें शामिल की वह उल्लेखनीय है। (Will Shivraj Singh Chauhan be able to become an alternative for the top post?) उन्होंने राहुल गांधी समेत पूरे कांग्रेस को षड्यंत्रकारी बताया और कहा कि उन्हें महाभारत के नाम पर शकुनि, चक्रव्यूह और चौसर याद आता हैं जबकि महाभारत का जिक्र होने पर उनके सामने श्रीकृष्ण की छवि होती है। तो जिस तरह से उन्होंने ये बातें सदन में रखी और कही यही उनकी सबसे बड़ी खासियत है।
आज शिवराज सिंह चौहान केंद्र में मंत्री है, मुख्यमंत्री की छवि से आगे अब वह भाजपा के राष्ट्रीय नेता के तौर पर सामने आ रहे हैं। वह इसमें सफल भी होंगे लेकिन इसके पीछे की वजह दिलचस्प है। निजी अनुभव की बात करें तो हमने लम्बे वक़्त तक शिवराज सिंह चौहान को कवर किया। चुनाव से लेकर राजनीतिक गतिविधियों में भी साथ रहे, हमारे इवेंट्स में शामिल होते रहे है। शिवराज सिंह चौहान का जनता से जुड़ाव अद्भुत है। यह जुड़ाव खासकर महिलाओं, छात्राओं और बच्चियों के साथ और भी ज्यादा है। यह आसान नहीं होता कि आप दशकों तक सीएम रहते हुए हर किसी के बीच लोकप्रिय बने रहे। लेकिन शिवराज सिंह की शैली ने इसे संभव बनाया।
शिवराज सिंह की दूसरे सबसे बड़ी खूबी उनका मेहनती होना है। चुनावों के दौरान वह एक दिन में दस से बारह चुनावी सभाओं में समान ऊर्जा से शामिल होते थे। यह संभवतः रिकॉर्ड हैं कि कोई भी नेता पूरे देश में एक दिन में इतनी चुनावी सभाएं शायद ही कर पाता हो। सुबह से ही अलग-अलग जिलों का दौरा, जनसभाएं करना, लोगों से मिलना, बातें करना और फिर मुख्यालय आकर अपने रूटीन के काम भी करना। हमने चुनावों के दौरान उनके इस परिश्रमी रूप को भी नजदीक से देखा है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की वाकपटुता उनकी सबसे बड़ी खूबियों में से एक हैं। उनके भाषण और उन भाषणों में जो बातें वो शामिल करते हैं, इस वजह से उन्हें छोटा अटल भी कहा जाता रहा है। उनके बोलने की शैली और इस दौरान शारीरिक भाषा की वजह से लोगों को उनमें दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की झलक दिखाई पड़ती है। आज भी राज्यसभा में उन्होंने सारगर्भित तरीके से ऐसा भाषण दिया कि वह सुर्खियों मे आ गए। बजट पर चर्चा के दौरान दिए भाषण की चर्चा भी हर जगह हो रही थी। यही वजहें हैं कि आने वाले पांच सालों में हर किसी की नजर उनके और उनके काम करने के तरीके पर होगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि मोदी के नवरत्नों में शामिल नितिन गडकरी ने जिस तरह एक अलग छवि बनाई है, संभव हैं कि इस कतार में पांच साल बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी नजर आएं।
अपनी अद्भुत और अलग शैली के चलते यह भी संभव हैं कि वह भाजपा और देश के शीर्ष पदों पर पहुंच जाएं। संक्षित में अगर इसकी वजह को समझे तो पहला कि आरएसएस से शिवराज सिंह के संबंध काफी अच्छे और मजबूत हैं। दूसरा कि शिवराज सिंह पार्टी के भीतर और बाहर स्वीकार्य चेहरा हैं, सहज है, सुलभ है। उनके बातों में, भाषणों में वजन होता है। (Will Shivraj Singh Chauhan be able to become an alternative for the top post?) 18 वर्षो तक सीएम रहे लिहाजा वह कुशल प्रशासक भी है। अपने कार्यकाल के लागू किये गए योजनाओं का क्रियान्वयन उन्होंने काफी अच्छे ढंग से कराया जिसकी तारीफ़ आज भी हर कोई करता है। यही वजह हैं कि उन्हें हर बार जीत भी मिली। इस बार तो उन्होंने जीत के कई रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। एक अंतिम और सबसे बड़ी खूबी कि उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व के हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। वह हमेशा पार्टी के साथ रहे। तो इस तरह से वह कभी भी विकल्प के रूप में सामने आ सकते हैं, इसकी सम्भावना पूरी है।