Natural lubricants: इंटिमेसी के दौरान वेजाइना प्राकृतिक रूप से लुब्रिकेंट प्रोड्यूस करती है। परंतु कुछ कंडीशन ऐसे हैं जैसे कि मेनोपॉज और प्रेगनेंसी जब महिलाओं का हार्मोन संतुलित नहीं रहता और ऐसी स्थिति में उनके शरीर के फंक्शन भी सही से काम नहीं करते। जिसकी वजह से वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या देखने को मिलती है। साथ ही कुछ महिलाओं का वेजाइना टाइट होता है और उन्हें इंटरकोर्स के दौरान अधिक दर्द का अनुभव होता है। इन स्थितियों को अवॉइड करने के लिए सेक्स के दौरान आपको ल्युब्रिकेंट का इस्तेमाल करना चाहिए।
ल्यूब एक प्रकार का जेल है जिसे सेक्स के दौरान फ्रिक्शन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह पेनिट्रेशन को स्मूथ बना देती है जिससे सेक्स अधिक प्लेजरेबल हो जाता है। वहीं मेनोपॉज और प्रेगनेंसी के बाद हार्मोनल बदलाव के कारण आमतौर पर महिलाओं को वेजाइनल ड्राइनेस की शिकायत होती है। ऐसे में बिना ल्यूब के सेक्स करना इंटिमेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचा सकता है।
मेनोपॉज से गुजर रही महिलाएं।
एनल सेक्स करते वक़्त।
वेजाइनल ड्राइनेस से ग्रसित महिलाएं।
वल्वोडाइनिया (वेजाइना में दर्द और जलन रहना) से पीड़ित महिलाएं।
कैंसर ट्रीटमेंट से गुजर रही महिलाएं।
सेक्स के दौरान अधिक दर्द महसूस करने पर।
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर से ग्रसित महिलाएं।
ल्यूब का इस्तेमाल आपके सेक्स को अधिक प्लेजरेबल बना देता है। इसके साथ ही ये एजाकुलेशन के समय को बढ़ा देता है। साथ ही ये सेक्स को स्मूद बना देता है।
मेनोपॉज, प्रेगनेंसी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान हार्मोन में बदलाव आने के कारण वेजाइनल ड्राइनेस का सामना करना पड़ता है। साथ ही विभिन्न प्रकार की दवाइयों का सेवन करने से भी वेजाइना ड्राई हो जाती है। ऐसे में सेक्स के दौरान फ्रिक्शन होने के कारण जलन का अनुभव होता है। साथ ही त्वचा के छिलने का खतरा भी बना रहता है। ल्यूब का इस्तेमाल सेक्स के दौरान वेजाइना में मॉइस्चर को बनाए रखता है और सेक्स को स्मूद बना देता है।
वेजाइना की तरह एनस नेचुरल लुब्रिकेंट नहीं देता, ऐसे में सेक्स करना काफी ज्यादा दर्दनाक हो सकता है। इसलिए एनल सेक्स के दौरान इंटर कोर्स से पहले लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है।
सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करने से वेजाइना कि त्वचा के प्रभावित होने का खतरा नहीं होता। क्योंकि यह फ्रिक्शन को काफी ज्यादा स्मूथ बना देता है जिससे त्वचा को किसी प्रकार से चोट नहीं पहुंचता।
वर्जिन कोकोनट ऑयल को नेचुरल ल्यूब के तौर पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी त्वचा को सॉफ्ट बना देती है और यह लंबे समय तक चलता है। इसबात का ध्यान हमेशा रखें कि कोकोनट ऑयल आपके बिस्तर पर दाग छोड़ सकता है।
एलोवेरा की हाइड्रेटिंग प्रॉपर्टी सेक्स को स्मूद बना देती है और इसे त्वचा से जुड़ी समस्याओं में भी काफी फायदेमंद माना जाता है। एलोवेरा वॉटर बेस्ड होता है। इसलिए इसे कंडोम के साथ इस्तेमाल करना ज्यादा सेफ रहेगा।
ऑलिव ऑयल आजकल सभी घरों में मौजूद होता है। ऐसे में ल्यूब के तौर पर इसका इस्तेमाल पर्याप्त नमी प्रदान करते हुए फ्रिक्शन को कम करता है। हालांकि, ध्यान रहे कि सेक्स के तुरंत बाद इसे साफ करना न भूलें। वहीं कंडोम के साथ इसका इस्तेमाल करने से बचें।
आलमंड ऑयल खाने के साथ-साथ आपकी त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। इसे ओरल और एनल सेक्स के लिए काफी प्रभावी माना जाता है। यह लंबे समय तक बना रहता है ऐसे में इसे बार-बार अप्लाई करने की जरूरत नहीं होती। साथ ही इस बात को हमेशा ध्यान में रखें कि लेटेक्स कंडोम के साथ आलमंड ऑयल का इस्तेमाल नहीं करना है।
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