World Hypertension Day: नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने शुक्रवार को कहा कि उच्च रक्तचाप का गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की वैश्विक महामारी में बड़ा योगदान है और यह वैश्विक स्तर पर मृत्यु और दिव्यांगता के लिए प्रमुख जोखिम कारक है। वाजेद ने एक अनुमान के हवाले से कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में 29.4 करोड़ से अधिक लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर वाजेद ने कहा कि वैश्विक और राष्ट्रीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उच्च रक्तचाप को रोकने तथा नियंत्रित करने के प्रयासों को मजबूत करने की जरूरत है। यह सार्वभौमिक स्वास्थ्य दायरे की दिशा में हर देश की यात्रा का एक अभिन्न अंग होना चाहिए। इस वर्ष का विषय में ‘अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें’ का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप के बढ़ते प्रसार के लिए नमक, तंबाकू और शराब का अधिक सेवन, अपौष्टिक आहार, शारीरिक निष्क्रियता, तनाव और वायु प्रदूषण प्रमुख जोखिम कारक हैं।
वाजेद ने कहा, “शीघ्र पहचान और नियंत्रण महत्वपूर्ण है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित वयस्कों में से आधे लोग इस बात से अनजान हैं कि उन्हें यह रोग है। छह में से लगभग एक व्यक्ति का रक्तचाप नियंत्रण में नहीं है। यदि इसे अनियंत्रित किया जाए तो यह दिल के दौरे, हृदयाघात, गुर्दा खराब होने और शीघ्र मृत्यु का कारण बन सकता है।” उन्होंने कहा, “उच्च रक्तचाप के लिए वहनीय स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच हमारे क्षेत्र के अधिकांश देशों के लिए कम ‘यूनिवर्सल सर्विस कवरेज इंडेक्स’ का प्रमुख कारण है और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित करती है।”
दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र ने उच्च रक्तचाप की रोकथाम और नियंत्रण को प्राथमिकताओं में से एक के रूप में पहचाना है। पूरे क्षेत्र के देश संबंधित जोखिम कारकों को कम करने के लिए साक्ष्य-आधारित रणनीतियां लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा, उत्साहजनक रूप से, रुझान तंबाकू के उपयोग और घरेलू वायु प्रदूषण के जोखिम में गिरावट का संकेत देते हैं। वाजेद ने कहा, अनुमान है कि पूरे क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 2.4 करोड़ से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है।