Muharram 2021 wishes
आज का सूर्यास्त इस इस्लामी साल का आखरी सूर्यास्त है
मैं दुआ करता हूँ की इस सूर्यास्त के साथ आपके सभी दुःख चिंताएं गुम हो जाये
और आपकी जिंदगी में नए साल के साथ नई खुशियाँ आयें
कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज है,
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज है,
यूँ तो लाखों सिर झुके सजदे में लेकिन
हुसैन ने वो सजदा किया जिस पर खुदा को नाज है।
कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज है,
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज है,
यूँ तो लाखों सिर झुके सजदे में लेकिन
हुसैन ने वो सजदा किया जिस पर खुदा को नाज है।
फिर आज हक़ के लिए जान फिदा करे कोई,
वफ़ा भी झूम उठे यूँ वफ़ा करे कोई,
नमाज़ 1400 सालों से इंतजार में है,
हुसैन की तरह मुझे अदा करे कोई।
क्या जलवा कर्बला में दिखाया हुसैन ने
सजदे में जा कर सिर कटाया
हुसैन ने नेजे पे सिर था
और ज़ुबान पे अय्यातें कुरान इस तरह सुनाया हुसैन ने
फिर आज हक़ के लिए जान फिदा करे कोई,
वफ़ा भी झूम उठे यूँ वफ़ा करे कोई,
नमाज़ 1400 सालों से इंतजार में है,
हुसैन की तरह मुझे अदा करे कोई।
पानी का तलब हो तो एक काम किया कर,
कर्बला के नाम पर एक जाम पिया कर,
दी मुझको हुसैन इब्न अली ने ये नसीहत,
जालिम हो मुकाबिल तो मेरा नाम लिया कर।
कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज़ है
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज़ है
यूँ तो लाखों सिर झुके सज़दे में लेकिन
हुसैन ने वो सज़दा किया जिस पर खुदा को नाज़ है
आज का सूर्यास्त इस इस्लामी साल का आखरी सूर्यास्त है
मैं दुआ करता हूँ की इस सूर्यास्त के साथ आपके सभी दुःख चिंताएं गुम हो जाये
और आपकी जिंदगी में नए साल के साथ नई खुशियाँ आयें
Muharram 2021 wishes
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