अगर आप भी करते हैं ये चीजे, तो हो जाए सावधान, बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा

risk of heart attack increase : आज के समय में बूढ़े और नौजवानों का हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट आना आम बात हो गई है। लोगों का मानना है कि

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  • Publish Date - June 2, 2022 / 03:52 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:51 PM IST

नई दिल्ली : risk of heart attack increase : आज के समय में बूढ़े और नौजवानों का हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट आना आम बात हो गई है। लोगों का मानना है कि हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापे और स्मोकिंग से हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ता है। लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है। आपकी कुछ आदतें भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देती है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

इस बारे में बार करते हुए पालो ऑल्टो मेडिकल फाउंडेशन में इंटरनल मेडिसिन के डॉक्टर का कहना है कि जब कोई बेसब्र, आक्रामक और बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धी होता है तो उसे टाइप A पर्सनैलिटी कहा जाता है। इन्हें हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा होता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि अगर आप टाइप A नहीं हैं तो आपको हार्ट अटैक नहीं आ सकता। टाइप A पर्सनैलिटी नहीं होने के बाद भी किन कारणों के से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है आइए जानते हैं।

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इमोशंस को करे किसी से शेयर

risk of heart attack increase : बहुत से लोग खासतौर पर पुरुषों की आदत होती है कि वह अपने इमोशंस जैसे गुस्से और निराशा को किसी के सामने जाहिर नहीं करते। कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि ऐसे लोगों में क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन जैसे हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा होता है। अगर आप अपने इमोशंस को अपने पार्टनर या फैमिली के साथ शेयर नहीं कर पा रहे हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप अपने दोस्तों, कोवर्कर्स या किसी थैरेपिस्ट के साथ अपनी बात को शेयर करें।

नहीं करने चाहिए एक साथ बहुत सारे काम

risk of heart attack increase : बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो एक ही समय में कई कामों को एक साथ कर लेते हैं। आपने बहुत से लोगों को ड्राइव करने के साथ मैसेज करते हुए या खाना खाते समय फोन पर बात करते हुए देखा होगा। हालांकि, मल्टीटास्किंग होने से हार्ट डिजीज का खतरा नहीं बढ़ता लेकिन डॉ. सिन्हा का कहना है कि इससे आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ सकता है जिसका सीधा संबंध हार्ट डिजीज के खतरे से जुड़ा हुआ होता है।

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टाइम प्रेशर से पड़ता है बुरा असर

risk of heart attack increase : जब आपके ऊपर किसी काम को खत्म करने के लिए डेडलाइन सेट होती है या काम समय पर खत्म करने के लिए प्रेशर होता है तो इससे भी आपकी हार्ट हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। डॉ. सिन्हा का कहना है कि भले ही आप इम्पेशंट, एग्रेसिव या बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धी ना हो लेकिन कई बार किसी की डिमांड को पूरा करने के लिए आपके ऊपर काफी ज्यादा दबाव बढ़ जाता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है। तो अगर आप स्ट्रेस को कम करना चाहते हैं तो काम को प्राथमिकता के आधार पर करें। जो काम ज्यादा जरूरी ना हो उसे आराम से करें।

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डॉक्टर ने कुछ ऐसे तरीके बताए हैं जिससे आपका स्ट्रेस कम हो सकता है और आपकी हार्ट हेल्थ पर भी कोई बुरा असर नहीं पड़ता।

आइए जानते हैं उनके ये तरीके-

योग या मेडिटेशन करें

अपने डेली रूटीन में मेडिटेशन और योग को शामिल करें। यह आपके दिमाग को शांत रहने में काफी मदद कर सकता है।

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ना कहना सीखें

अगर आपको किसी चीज को लेकर काफी स्ट्रेस फील हो रहा है तो कोई भी काम जबरदस्ती करने से बचें, फिर चाहे वो ऑफिस का काम हो या कोई और. कुछ समय तक अपने आप को फ्री छोड़ दें।

रिलैक्स रहें

जब भी आप किसी चीज की वजह से तनाव से जूझ रहे हों तो कोशिश करें कि धीरे-धीरे चलें, बात धीरे करें और सांस भी धीरे-धीरे लें।