नई दिल्ली: Healthy Pregnancy Tips हर पति पत्नी बच्चे की चाह रखते हैं। शादी के कुछ साल बाद हर कपल को बच्चे की आस होती है। कई कपल शादी के तुरंत बाद प्रेग्नेंट हो जाते हैं, तो वहीं कई ऐसे कपल होते हैं जिन्हें कई साल लग जाता है। इसके बाद भी वो कंसीव नहीं कर पाते। ऐसे में किसी भी कपल के लिए फ़्रस्ट्रेटिंग बात हो सकती है।
Healthy Pregnancy Tips अगर आपको कंसीव ना कर पाने के पीछे को मेडिकल रीजन नहीं है तो आपको कुछ बातें जाननी चाहिए जैसे किस दिन सेक्स करने पर प्रेग्नेंसी के चांस बढ़ते हैं और बेबी कैसे कंसीव होता है।
इजेकुलेशन के बाद स्पर्म अपनी जगह बनाने की कोशिश करते हैं। इसके बाद भी कई ऐसे कपल है जो कंसीव नहीं कर पाते। इसका कारण यह है कि बहुत से स्पर्म तो योनि के अंदर जिंदा रह नहीं पाते हैं। क्योंकि योनि एसिडिक होती है और इम्यून सिस्टम किटाणू समझ कर इनकी जान लेने लगते हैं।
इसी दौरान एग फैलोपियन ट्यूब से नीचे आने लगता है। सेक्स के दौरान महिला को ऑरेगेज्म होने के बाद वजाइना, यूट्रस और सर्विक्स में एक साथ कॉन्ट्रैक्शन होने लगता है। ऐसे में ये स्पर्म्स को आसानी से अंदर धकेलने में मदद करता है। एग नीचे की तरफ आते समय प्रोसेटाग्लैंड्स नाम का केमिकल रिलीज करता है, जो स्पर्म को सही रास्ता दिखाने का काम करते हैं।
कंसीव करने के लिए ओव्यूलेशन के दिन (जब अंडाणु फैलोपियन ट्यूब से बाहर आता है) सेक्स करना सबसे प्रभावी होता है। ओव्यूलेशन आमतौर पर महीने के मध्य में होता है, लेकिन यह हर महिला के लिए अलग हो सकता है, इसलिए कैलेंडर या ovulation predictor kit का उपयोग करके सही समय का पता लगाया जा सकता है।
जी हां, महिला का ऑर्गैज्म सेक्स के दौरान वजाइना, यूट्रस और सर्विक्स में कॉन्ट्रैक्शन को प्रेरित करता है, जिससे स्पर्म को आसानी से अंडाणु तक पहुंचने में मदद मिलती है और कंसीव करने के चांस बढ़ जाते हैं।
कंसीव न कर पाने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे महिला या पुरुष में हार्मोनल असंतुलन, अंडाणु का ठीक से रिलीज न होना, पुरुष में शुक्राणुओं की कमी या गुणवत्ता का मुद्दा, या फिर योनि की एसिडिक वातावरण में शुक्राणुओं का जीवित न रह पाना।
स्वस्थ गर्भावस्था के लिए, गर्भवती महिला को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, मानसिक तनाव से बचाव, और शराब तथा धूम्रपान से दूर रहना चाहिए। साथ ही, folic acid और अन्य जरूरी विटामिन्स का सेवन गर्भधारण से पहले और गर्भवस्था के दौरान महत्वपूर्ण होता है।
स्वस्थ गर्भावस्था के लिए कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, और फोलिक एसिड से भरपूर आहार जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, दाल, मांस, दूध और अंडे इन पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत हैं। साथ ही, पानी का भरपूर सेवन भी जरूरी है।