नई दिल्ली: Condom ke Nuksan आमतौर पर सेक्सुअल ट्रांसमिटेड बीमारियों को रोकने और गर्भधारण से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हाल ही में इसे लेकर जो स्टडी सामने आई है वो चौंकाने वाली है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने कंडोम यूजर्स के मन में एक नई चिंता पैदा कर दी है। जानिए क्या है यह मामला।
Condom ke Nuksan दरअसल, ज्यादातर कंपनियां कंडोम बनाने के लिए लेटेक्स का यूज करती हैं, जो एक तरल पदार्थ है। यह हमें रबर के पेड़ मिलता है, एक दावे के मुताबिक, ये लेटेक्स हमारे शरीर के काफी नुकसान दायक है। उनका कहना है कि रबर में काफी ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है, जिससे लोगों में कई तरह की एलर्जी देखी गई हैं, लेटेक्स एलर्जी जैसे नाक बहना, गुप्तांग में खुजली, सूजन, चक्कर, सेक्स करने के बाद लगातार छींक आना आदि।
एक रिसर्च में पाया गया है कि पुरुष साथी के कंडोम इस्तेमाल से महिला साथी के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, इससे कई बार महिलाओं को कैंसर जैसी बीमारियों हो सकती हैं। इसके साथ ही कुछ लड़को और पुरुषों की शिकायत सामने आई है कि उन्हें कंडोम इस्तेमाले के बाद से लिंग इरेक्शन की परेशानी हो रही है। ज्यादातर लोगों को गलत साइज के कंडोम का यूज करने से सेक्स करने में परेशानी होती है।