आज हम बात करने जा रहे हैं….देश को कांग्रेस मुक्त (Congress free India) बनाने के लिए जुट गए विपक्षी दलों की… कल तक कांग्रेस के बिना किसी गठबंधन का सपना भी नहीं देखने वाले विपक्ष को लग रहा है कि कांग्रेस को छोड़े बिना वे मजबूत गठबंधन नहीं बना सकते हैं और नई तरह की राजनीति से ही अब बीजेपी को पछाड़ा जा सकेगा… रणनीति बन रही है और नेता एक दूसरे से मुलाकात कर रहे हैं… पर कहा जा रहा है कि कांग्रेस मुक्त गठबंधन की कल्पना चुनावी रणनीतिकार माने जाने वाले प्रशांत किशोर ने की है…
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आप जानते हैं कि पिछले कुछ दिनों से तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ( KCR ) देश में एक नया तीसरा मोर्चा खड़ा करने की कोशिश में जुटे हैं और कांग्रेस को छोड़कर बाकी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं कभी एनडीए के साथ रहे चंद्रशेखर राव अब मोदी से नाराज बताए जा रहे हैं… वे बीजेपी के खिलाफ लगातार मुहिम चला रहे हैं और बीजेपी तेलंगाना में उनके खिलाफ मुखर है….यही कारण है कि जब कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) तेलंगाना गए थे, तो मुख्यमंत्री KCR उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट नहीं पहुँचे…बल्कि एक मंत्री को भेजा….इस पर बीजेपी ने उन पर प्रोटोकॉल के उल्लंघन करने का आरोप लगाया लेकिन KCR की पार्टी ने कह दिया कि ‘एक निजी दौरे पर आए पीएम के स्वागत के लिए सीएम का आना ज़रूरी नहीं है.’…खैर तो आपको पता चल ही गया है कि बीजेपी और KCR के बीच संबंध किस स्तर पर है….इसका प्रमुख कारण यही माना जा रहा है कि बीजेपी तेलंगाना में लगातार अपना आधार बढ़ा रही है…आपको याद होगा पिछले दो उपचुनाव और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनावों में बीजेपी ने बढ़िया प्रदर्शन किया है…माना जा रहा है कि इस वजह से टीआरएस को लग रहा है कि कहीं राज्य में बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर ना उभर जाए.” ऐसा हुआ तो कुछ ही समय में बीजेपी को यहां सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकेगा…
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पिछले कुछ दिनों से KCR ग़ैर बीजेपी शासित राज्यों में प्रस्तावित नए गठबंधन को लेकर चर्चा करते नजर आ रहे हैं… हाल में वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के साथ ही NCP नेता शरद पवार से भी मिल चुके हैं….मुलाकात के बाद प्रेस से उन्होंने कहा था कि ”देश को परिवर्तन की ज़रूरत है….”
बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी KCR और तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन से फोन पर ग़ैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक करने की बात की थी….आपको यह भी याद होगा कि जब ममता बनर्जी आगे आकर गठबंधन बनाने में जुटी थीं तब भी वे कांग्रेस से दूरी बनाती नजर आ रही थीं और उस समय उनके साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर थे… अब KCR भी प्रशांत किशोर के संपर्क में हैं… और अब वे गठबंधन के लिए आगे आए हैं ….तो वे भी कांग्रेस मुक्त गठबंधन के पक्ष में दिख रहे हैं….हालांकि संविधान को नए सिरे से लिखने की वकालत कर रहे KCR ने पिछले दिनों राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया था जिसमें राहुल ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे….
कहा जाता है कि ममता बनर्जी के लिए काम कर चुके रणनीतिकार प्रशांत किशोर का ही ये आइडिया है कि विपक्षी गठबंधन कांग्रेस के बिना आगे बढ़े….विपक्ष को उम्मीद है ऐसा हो तो शायद उनको सफलता मिल जाए…कांग्रेस को साथ लेकर वोट नहीं मिल सकते… अब खबर आ रही है कि बिहार के सीएम नीतिश कुमार से अलग हो चुके प्रशांत किशोर नीतिश को नए विपक्षी गठबंधन में शामिल कराने की कोशिश कर रहे हैं…कहा जा रहा है कि नीतिश कुमार को राष्ट्रपति का उम्मीद्वार संयुक्त विपक्ष बना सकता है…हालांकि नीतिश कुमार इस तरह का कोई एडवेंचर करना चाहेंगे…. ऐसा तो नहीं लगता….वैसे ये भी कहा जाता है कि नीतिश साथ ही रहें तो बीजेपी उनको यह पद दे सकती है लेकिन आपको बता दें कि बीजेपी के पास आने वाले दिनों के लिए जिस तरह का एजेंडा है उसमें नीतिश कुमार को राष्ट्रपति का पद बीजेपी भी नहीं देना चाहेगी…यह पद किसी ठोस बीजेपी नेता को ही दिया जाएगा…नीतिश को पीएम पद के लिए दावेदार बताने की कोशिशें भी काफी पहले की जा चुकी हैं…माना जाता है कि नीतिश के साथ कोई गठबंधन अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरा पाया तो नीतिश कुमार को प्रधानमंत्री भी बनाया जा सकता है…पर फिलहाल मीडिया में खबरें यही आ रही हैं कि प्रशांत किशोर ने तेलंगाना CM KCR से मुलाकात की है और उसके बाद वे बिहार के CM नीतीश कुमार से भी मिले हैं…. देश में राष्ट्रपति पद के लिए जुलाई-अगस्त में चुनाव होना है। ऐसे में विपक्ष नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित करना चाहता है….चर्चा है कि इसके लिए प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी दी गई है । इतना ही नहीं गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी दलों को एकजुट करने की भी जिम्मेदारी प्रशांत किशोर को मिली है। अब ये भी बता दें कि संयुक्त विपक्ष राष्ट्रपति का कोई उम्मीद्वार ख़ड़ा करे तो कांग्रेस गठबंधन से बाहर होने के बाद भी उसे वोट देने के लिए मजबूर होगी…
इधर नए विपक्षी गठबंधन में जगह नहीं मिलते देख तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने टीआरएस प्रमुख KCR पर पर UPA यानी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन को तोड़ने की साजिश करने और PM नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi) की मदद करने का आरोप लगाया है…. रेड्डी ने कहा कि एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे और ममता बनर्जी यूपीए का हिस्सा हैं और केसीआर इस गठबंधन को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं….
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तो फिलहाल जो संयुक्त मोर्चा ( United front ) विपक्ष बनाने की कोशिश कर रहा है उसमें कांग्रेस के लिए कोई जगह नहीं दिख रही है और इस मोर्चा के लिए रणनीति… प्रशांत किशोर बना रहे हैं, ऐसा दिख रहा है….तो क्या मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना विपक्षी दल मिलकर पूरा करेंगे..? ये देखना होगा…आने वाले 2024 का चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है तब देश की राजनीति पूरी तरह बदल चुकी होगी….