Delay in Distribution of Ration: जगदलपुर। सरकारी राशन दुकानों में इन दिनों उपभोक्ताओं की कतार लग रही है। आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सप्ताह में एक या दो दिन राशन दुकानें खोली जाती थी उसकी जगह अब राशन वितरण पूरा करने के लिए राशन दुकान संचालकों को नियमित तौर पर दुकान खोलना पड़ रहा है। बावजूद इसके राशन वितरण का काम पूरा नहीं हो रहा और इसकी वजह डिजिटल वेइंग मशीन को ब्लूटूथ से जोड़ने और पीओएस मशीन का संचालन है।
बता दें कि राशन वितरण में लीकेज रोकने के लिए सरकार जितने उपाय कर रही है उतना ही ज्यादा राशन दुकान संचालक परेशान हो रहे हैं और इसका खामियाजा राशन लेने आने वाले लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है। राशन वितरण के लिए नियमानुसार सप्ताह में प्रत्येक दिन दुकान खोला जाना आवश्यक है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में यह प्रक्रिया पालन नहीं होती और नए नियमों के तहत पीओएस मशीन में एंट्री के बाद ही राशन उपभोक्ता को दिया जाता है। डिजिटल तकनीक में नेटवर्क एवं सिस्टम के स्लो होने से प्रत्येक उपभोक्ता के रिकॉर्ड दर्ज करने में राशन दुकान में काफी समय लग रहा है। यही स्थिति डिजिटल वेइंग मशीन की है जिसमें तोल में समय ज्यादा लग रहा है। वो फाइनल इसकी वजह से उपभोक्ताओं को भी परेशान होना पड़ रहा है।
Read more: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल आज से, 6 सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी में करेंगी हल्ला बोल
अधिकांश वार्डो में उपभोक्ता लंबी कतार और अपनी बारी के इंतजार में कई-कई दिनों के चक्कर राशन दुकानों की लगा रहे हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की वन नेशन वन राशन कार्ड योजना में गड़बड़ी रोकने या तकनीक इस्तेमाल की जा रही है, लेकिन तकनीकी अनुकूलन से बचने राशन दुकान संचालक भी व्यवस्था पूरी तरह से बहाल नहीं कर रहे हैं। राशन वितरण के लिए टोकन व्यवस्था करने पर इस समस्या का समाधान हो सकता है, लेकिन राशन दुकान संचालकों ने मामले की शिकायत और मशीनों के इस्तेमाल को व्यवस्थित करने के लिए स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। इस बीच उपभोक्ताओं को अपने ही हिस्से का राशन लेने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।