CG News: पुलिस के हत्थे चढ़े तीन फर्जी पत्रकार समेत चार लोग, शासकीय डॉक्टरों को ब्लैकमेल कर वसूली के आरोप

fake journalists arrested in kawardha: दरअसल पिछले एक माह से जिले के सीएमएचओ सहित कई डॉक्टरों के पास लगातार फोन कॉल आ रहे थे और झूठी आरोप लगाकर अवैध वसूली के लिए परेशान कर रहे थे।

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  • Publish Date - March 19, 2025 / 10:00 PM IST,
    Updated On - March 19, 2025 / 10:01 PM IST
Fake journalists arrested in kawardha, image source: ibc24

Fake journalists arrested in kawardha, image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • आरोपियों ने 10,000 की अवैध वसूली की
  • आरोप लगाकर अवैध वसूली के लिए परेशान कर रहे थे फर्जी पत्रकार
  • चार आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया

कवर्धा: Fake journalists arrested in kawardha, कवर्धा जिले में शासकीय डॉक्टरों से ब्लैकमेलिंग कर वसूली करने वाले तीन फर्जी पत्रकार और एक फर्जी डॉक्टर सहित गिरोह के चार आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरअसल पिछले एक माह से जिले के सीएमएचओ सहित कई डॉक्टरों के पास लगातार फोन कॉल आ रहे थे और झूठी आरोप लगाकर अवैध वसूली के लिए परेशान कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस में शिकायत किया गया था।

पुलिस ने साईबर टीम की मदद लिया तब इस ब्लैकमेल गिरोह का पर्दाफाश हुआ। तीन फर्जी पत्रकार रियाज अत्तारी, फिरोज खान और अजय जांगड़े अपने आपको पोर्टल के पत्रकार बताकर झूठी खबर दिखाकर बदनाम करने की कोशिश करने और कई डॉक्टरों से पैसे लूटने के आरोप हैं। वहीं फर्जी डॉक्टर अमन बिसारिया वॉयस चेंजर ऐप का इस्तेमाल कर अपने आपको स्वास्थ्य विभाग के सचिव का निजी सेकेट्री बताकर डॉक्टरों को लूटते थे। लगातार मिल रही शिकायत के आधार पर पुलिस ने चारों आरोपी को गिरफ्तार किया है।

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आरोपियों ने 10,000 की अवैध वसूली की

Fake journalists arrested in kawardha, प्रथम शिकायतकर्ता मदन सिंह पुरले ने बताया कि वह ग्रामीण चिकित्सा सहायक के रूप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिंभौरी में कार्यरत हैं। आरोपियों ने उन्हें वित्तीय अनियमितता की खबर प्रकाशित करने की धमकी दी और इसके बदले उनका निलंबन, सेवा समाप्ति एवं ट्रांसफर कराने की कोशिश की। इस दबाव में आकर आरोपियों ने प्रार्थी से कुल ₹10,000/- की अवैध वसूली की। इसमें से ₹5,000/- क्यूआर कोड के माध्यम से, खाते में ट्रांसफर किया गया, और ₹5,000/- नगद ट्रांजैक्शन के जरिए लिए गए।

प्रार्थी ने बताया कि आरोपियों ने फोन कॉल करके उसे धमकाया और फिर उसे पैसे देने के लिए मजबूर किया। अमन बिसारिया (कथित मंत्री जी का निज सचिव, गुप्तचर सेवा) ने प्रार्थी को सबसे पहले कॉल करके छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया तक मामले को भेजने और कार्यवाही की धमकी दी। उसके बाद, रियाज अत्तारी ने ₹10,000/- की मांग की, जिससे दबाव में आकर प्रार्थी ने पैसे दे दिए। इसके बाद रियाज अत्तारी ने प्रार्थी से कहा कि अब उसे फिरोज खान और अजय जांगड़े को भी सेट करना होगा, अन्यथा वे भी उसके खिलाफ झूठी खबरें प्रकाशित करेंगे।

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दूसरी शिकायत में प्रार्थी प्रभात गुप्ता ने बताया कि फर्जी पत्रकारों ने उनके खिलाफ झूठी खबरें प्रकाशित कर मानसिक प्रताड़ना दी, आरटीआई द्वारा दबाव बनाया और निलंबन की धमकी देकर ₹32,000/- की अवैध वसूली की।

1. पुलिस ने आरोपियों को कैसे पकड़ा?

पुलिस ने सायबर टीम की मदद से आरोपियों के कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजैक्शन और वॉयस चेंजर ऐप का विश्लेषण किया, जिससे इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ और चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

2. आरोपियों का अपराध क्या था?

ये आरोपी शासकीय डॉक्टरों को झूठे आरोप लगाकर धमकी देते थे, फर्जी खबरें प्रकाशित करने की धमकी देकर पैसे वसूलते थे, और खुद को सरकारी अधिकारी बताकर ब्लैकमेलिंग करते थे।

3. आरोपियों के नाम क्या हैं?

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन फर्जी पत्रकार - रियाज अत्तारी, फिरोज खान और अजय जांगड़े, तथा एक फर्जी डॉक्टर - अमन बिसारिया शामिल हैं।

4. पीड़ितों से कितनी रकम वसूली गई?

शिकायतकर्ताओं के अनुसार, विभिन्न तरीकों से कुल ₹42,000/- की अवैध वसूली की गई, जिसमें QR कोड, ऑनलाइन ट्रांसफर और नगद भुगतान शामिल थे।