CG Ki Baat: छत्तीसगढ़ पहुंचते ही बागेश्वर पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ऐसा बयान दिया कि सियासी गलियारा सरगर्म हो गया। बाबा ने मप्र की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी शराबबंदी के लिए पहल की मांग कर दी है। प्रदेश में शराबबंदी पहले से ही एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। ऐसे में बागेश्वर बाबा की इस मांग ने फिर एक बार शराबबंदी की जरूरत, व्यवहारिकता और सियासत को मंच दे दिया है।
छत्तीसगढ़ में धान-किसान के बाद सबसे बड़ा मुद्दा है, ‘शराब’ शराब और शराबंदी छत्तीसगढ़ की गूंज छत्तीसगढ़ के हर चुनाव में बड़ा मुद्दा रहता है और इस पर खूब वार-पलटवार होते हैं और इस वक्त छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव दहलीज पर है और उससे पहले एक बार फिर शराब का मुद्दा गरमा गया है और इस सियासी आग को भड़काने का काम किया है कथावाचक और बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दरअसल, शुक्रवार को पंडित धीरेंद्र शास्त्री निजी कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे और एयरपोर्ट में जब उनसे पूछा गया कि एमपी में धार्मिक नगरों में शराबबंदी की गई है।
CG Ki Baat: दरअसल, बाबा ने मप्र की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी शराबबंदी के लिए पहल की मांग कर दी है। प्रदेश में शराबबंदी पहले से ही एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। ऐसे में बागेश्वर बाबा की इस मांग ने फिर एक बार शराबबंदी की जरूरत, व्यवहारिकता और सियासत को मंच दे दिया है, जिसके बाद बीजेपी-कांग्रेस में इसपर सियासत तेज है। शराबबंदी पर हो रही सियासत के बीच अब सवाल ये उठ रहा है, कि क्या छत्तीसगढ़ में शराबबंदी पर सरकार विचार करेगी ? क्या मप्र की तर्ज पर धार्मिक स्थानों पर शराब बिक्री पर रोक लग सकती है? या शराबबंदी आज भी छत्तीसगढ़ में सिर्फ सियासी मुद्दा है?