Kangana Ranaut on PM Modi Podcast| Photo Credit: @AHindinews
Kangana Ranaut on PM Modi Podcast: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के बीच हुए बातचीत के पॉडकास्टर बीते रविवार को रिलीज हुआ, जिसके बाद से ही यह पॉडकास्ट दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया। जानकर हैरानी होगी की यह पॉडकास्ट तीन घंटे से अधिक समय तक का है। पॉडकास्ट को लेकर अब नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी है। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
हिमाचल मंडी से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि, “आप देख सकते हैं, गुजरात हो या कोई अन्य राज्य, पिछले 10 वर्षों में कोई दंगा या बम विस्फोट नहीं हुआ है… हमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और सुरक्षा बलों का आभारी होना चाहिए कि हम आजादी की जिंदगी जी रहे हैं।”
#WATCH दिल्ली: लेक्स फ्रिडमैन के साथ प्रधानमंत्री मोदी के पॉडकास्ट पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, “आप देख सकते हैं, गुजरात हो या कोई अन्य राज्य, पिछले 10 वर्षों में कोई दंगा या बम विस्फोट नहीं हुआ है… हमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और सुरक्षा बलों का आभारी होना चाहिए कि हम… pic.twitter.com/pKFrfa010z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2025
लेक्स फ्रीडमैन ने 45 घंटे तक रखा उपवास
इस पॉडकास्ट की सबसे खास बात यह रही कि, लेक्स फ्रीडमैन ने पॉडकास्ट करने से पहले 45 घंटे तक उपवास रखा। उन्होंने खुद पीएम मोदी से बताया कि, मैंने आपसे बात करने के लिए 45 घंटे से उपवास रखा था और सिर्फ पानी पिया। इस बातचीत में पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इसमें पीएम मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की उनके जीवन में अहम भूमिका, समाज में इसके योगदान और अपने व्यक्तिगत अनुभवों पर विस्तार से चर्चा की।
लेक्स ने पीएम मोदी से किए कई सवाल
लेक्स ने भी उनसे सवाल करते हुए पूछा कि, जब आप आठ साल के थे, तब RSS में शामिल हो गए थे, जो हिंदू राष्ट्रवाद के विचार का समर्थन करता है। क्या आप मुझे आरएसएस के बारे में बता सकते हैं? आप पर और आपके राजनीतिक विचारों के विकास पर उनका क्या प्रभाव पड़ा? जिसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि, बचपन से ही मुझे हमेशा किसी न किसी काम में लगे रहने की आदत थी। मुझे याद है कि मकोशी नाम का एक आदमी था, मुझे उसका पूरा नाम ठीक से याद नहीं है, मुझे लगता है कि वह सेवा समूह का हिस्सा थे।
पीएम मोदी ने कहा कि, वह अपने साथ एक ढफली जैसा रखते थे। वह अपनी गहरी, दमदार आवाज में देशभक्ति के गीत गाते थे। जब भी वह हमारे गांव में आते थे तो अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम करते थे। मैं उनके पीछे पागलों की तरह दौड़ता रहता था, बस उनके गाने सुनने के लिए। मैं पूरी रात उनके देशभक्ति के गाने सुनता रहता था। मुझे इसमें मजा आता था, मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन बस मजा आता था।