Holika-Dahan 2025: होलिका दहन पर होगा भद्रा का साया…यहां देखें क्या है शुभ मुहूर्त और विधि

Holika-Dahan 2025: होलिका दहन पर होगा भद्रा का साया...यहां देखें क्या है शुभ मुहूर्त और विधि

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  • Publish Date - March 12, 2025 / 08:51 PM IST,
    Updated On - March 12, 2025 / 08:51 PM IST
Holika-Dahan 2025/ Image Credit: IBC24 File

Holika-Dahan 2025/ Image Credit: IBC24 File

HIGHLIGHTS
  • 13 मार्च को होलिका दहन का किया जाएगा।
  • वहीं 13 मार्च को भद्रा की शुरुआत सुबह 10 बजकर 35 मिनट से लेकर देर रात 11 बजकर 26 मिनट तक है।
  • होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा और 14 मार्च को होली मनाई जाएगी।

नई दिल्ली। Holika-Dahan 2025: 7 मार्च से होलाष्टक का शुभारंभ हुआ था। जिसका समापन 14 मार्च को होगा। होलाष्टक के इन आठ दिनों में सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य बंद रहते हैं। ऐसे में कल यानी 13 मार्च को होलिका दहन का किया जाएगा। लेकिन इस बार गुरुवार को पूरे दिन भद्राकाल लगे होने के कारण यह जानना आवश्यक है कि होलिका-दहन के लिए शुभ मुहूर्त क्या होगा, क्योंकि हिंदू धर्म में भद्रा काल में किसी भी प्रकार का धार्मिक अनुष्ठान वर्जित होता है। तो चलिए जानते हैं होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है।

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तिथि और मुहूर्त

बता दें कि, फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 35 मिनट से होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर होगा। ऐसे में होलिका दहन 13 मार्च को किया जाएगा और 14 मार्च को होली मनाई जाएगी। वहीं 13 मार्च को भद्रा की शुरुआत सुबह 10 बजकर 35 मिनट से लेकर देर रात 11 बजकर 26 मिनट तक है। इसके बाद होलिका दहन किया जा सकता है।

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होलिका दहन की विधि

Holika-Dahan 2025: होलिका दहन की पूजा करने के लिए होलिका के चारों और कच्चे सूत को परिक्रमा करते हुए लपेटा जाता है। इसके बाद होलिका पर रोली, चावल और तिलक के साथ ही घी और मिष्ठान चढ़ाए जाते हैं। अब लोटे में शुद्ध जल भरकर होलिका की परिक्रमा की जाती है। इसके बाद होलिका को जलाया जाता है और आहुति में नारियल, भुट्टे और फसल चढ़ाई जाती है। होलिका की अग्नि में गुलाल, पुष्प, गेंहू की बालियां और बताशे भी डाले जाते हैं।