IBC24 JanKarwan in Damoh : दमोह। वर्षों से चला आ रहा IBC24 का लोकप्रिय चुनावी कार्यक्रम जनकारवां मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड जिला दमोह में प्रवेश कर चुका है। मध्यप्रदेश के अहम विधानसभा सीटों में से एक सीट दमोह है। तो वहीं दमोह जिले में 4 विधानसभा सीटें आती हैं। क्रमश: दमोह,जबेरा,पथरिया और हटा। बता दें कि जिला दमोह चुनावी दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। दमोह, सागर संभाग में आता है। दमोह से विधायक कांग्रेस अजय टंडन, जबेरा विधायक बीजेपी धमेंद्र सिंह लोधी, पथरिया विधायक बसपा रामबाई और हटा से बीजेपी विधायक PL तंतुवाय है।
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IBC24 JanKarwan in Damoh : दमोह का नाम पौराणिक कथाओं की मान्यता के अनुसार राजा नील की पत्नी रानी दमयंती ये नाम पर रखा गया है। दमोह सांसदी सीट भी है जहां से मोदी के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सांसद के रूप में आते है। दमोह की चारों सीट में से 2 सीट पर बीजेपी, 1 पर कांग्रेस और 1 पर बहुजन समाज पार्टी का कब्जा है। अगर जिले में उद्योग की बात करें तो जिले में दो सीमेंट फैक्ट्री है।
IBC24 JanKarwan in Damoh : दमोह विस सीट पर 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने युवा चेहरा राहुल सिंह लोधी को मैदान में उतारा था तो वहीं बीजेपी की ओर से पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को टिकट दिया। बता दें कि दमोह जयंत मलैया का गढ़ था लेकिन कांग्रेस की ओर राहुल लोधी ने जयंत मलैया को हरा दिया और कांग्रेस ने अपना परचम लहरा दिया। जैसे ही प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गई तो राहुल सिंह लोधी ने अपने बड़े भाई बड़ा मलहरा विधायक के साथ बीजेपी में शामिल हो गए।
कोरोना काल में दमोह सीट पर उपचुनाव हुआ और बीजेपी ने जयंत मलैया को टिकट न देकर बीजेपी में आए राहुल लोधी को टिकट दिया तो हवीं कांग्रेस ने अजय टंडन को मैदान में उतारा लेकिन दमोह की जनता ने फिर कांग्रेस पर भरोसा जताते हुए अजय टंडन को जिताया और बीजेपी के राहुल सिंह लोधी को हार का सामना करना पड़ा।
बता दें कि दमोह जिले में विकास अभी भी पिछड़ा हुआ है। युवाओं से न तो कोई रोजगार मिल रहा और न ही शिक्षा के उचित साधन। जिले में एक भी सरकारी यूनिवर्सिटी और न ही मेडिकल कॉलेज है। दमोह जिले के लोग रोजगार की तलाश में लगातार शहर की ओर पलायन कर रहे है। इतना ही नहीं दमोह जिला तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर और जैन तीर्थ कुंडलपुर के नाम से जाना जाता है। जनकारवां में शिवभक्तों ने सबसे बड़ा मुद्दा बांदकपुर के विकास का उठाया। बांदकपुर में 13वें ज्योर्तिलिंग के रूप में जागेश्वर नाथ विराजमान हैं जहां प्रतिदिन हजारों की तादात में शिवभक्त दर्शन करने के लिए जाते हैं। लेकिन आज बांदकपुर की स्थिति दर्दनीय हो चुकी है। भक्तों को न तो रहने के व्यवस्था और न ही उचित आवागमन की व्यवस्था है।
लोगों ने मांग उठाई है कि बांदकपुर धाम अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए। इतना ही नहीं जिले के लोगों ने बताया कि जिले में सिर्फ वोट बैंक का काम होता है। लेकिन विकास के नाम पर शून्य है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर भरोसा जताया लेकिन फिर भी दमोह का विकास शून्य नजर आता है। दोनों दलों के नेताओं ने सिर्फ भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं किया। सांसदी क्षेत्र होने के बावजूद आज दमोह में विकास अन्य जिलों की अपेक्षा बहुत पीछे है। अब देखना होगा कि दमोह का विकास कब होगा।