दी क्विंट हिंदी फैक्ट चेक: लोकसभा चुनाव अपने चरम पर हैं। सभी दलों के बड़े नेता अलग अलग चुनावी चरणों में अपनी पार्टियों के लिए प्रचार में जुटे हुए है। ऐसे में नेता अपनी विपक्षी दल के नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन यह निशाना सिर्फ नेताओं तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि वे विपक्षी दलों के सरकार की नीतियों और योजनाओं पर भी प्रहार कर रहे हैं। इसी बीच आज हम बात आकर रहे हैं देश के गृहमंत्री अमित शाह के दिए भाषण की जो उन्होंने पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की छुट्टियों के सन्दर्भ में दी थी।
दरअसल 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी के लिए समर्थन मांगने के लिए पश्चिम बंगाल के सेरामपुर में एक रैली में बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सरकार पर निशाना साधा था। गृह मंत्री ने दावा किया था कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार दुर्गा पूजा के त्योहार के दौरान छुट्टियां नहीं देती है।
लगभग 18:14 टाइमस्टैम्प पर , शाह को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “वह [ममता बनर्जी] राम मंदिर का विरोध करती हैं। वह दुर्गा विसर्जन की अनुमति नहीं देती हैं और रमजान पर मुस्लिम श्रमिकों को छुट्टियां देती हैं। ममता दीदी, हमें इससे कोई समस्या नहीं है, छुट्टियां दें। लेकिन हम इस बात का जवाब चाहते हैं कि आप हमारी दुर्गा पूजा के दौरान छुट्टियां क्यों नहीं देती हैं। यह भेदभाव क्यों?”
क्या यह दावा सच है?: नहीं, ये दावे झूठे हैं। राज्य सरकार की वेबसाइट पर शेयर की गई छुट्टियों की सूची के अनुसार, दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान कई छुट्टियां दी जाती हैं।
2024 की छुट्टियों की सूची: हमने गूगल पर “पश्चिम बंगाल छुट्टियों की सूची” शब्दों का उपयोग करके एक कीवर्ड खोज की।
दी क्विंट हिंदी फैक्ट चेक: दुर्गा पूजा की अनुमति के दावों के बारे में: एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार , पश्चिम बंगाल सरकार ने कथित तौर पर पुलिस की सलाह पर 2017 में दुर्गा पूजा जुलूसों और विसर्जन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
वेबकूफ टीम ने शाह के कार्यालय से उनके बयानों के बारे में और स्पष्टीकरण मांगने और उनकी जानकारी के स्रोत का पता लगाने के लिए संपर्क किया है। जवाब मिलने पर इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा।
निष्कर्ष: यह स्पष्ट है कि गृह मंत्री अमित शाह का पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दुर्गा पूजा के दौरान छुट्टियां नहीं देने संबंधी बयान झूठा है।
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